Toc News @ Jul 09, 2016,
रेलवे जल्द ही टिकट बुकिंग सिस्टम को आधार कार्ड से जोड़ने वाला है। इसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। सर्कुलर भी जा चुका है। जल्द ही रिजर्वेशन फार्म की तस्वीर बदल जाएगी। उस पर आधार नंबर का कालम भी बढ़ा दिया जाएगा। ऐसा टिकटों की दलाली रोकने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
रेलवे ने टिकट बुकिंग सिस्टम को और अधिक सुरक्षित करने के उद्देश्य से नया तरीका निकाला है। अब टिकट बुकिंग को आधार नंबर से जोड़ा जाएगा। रिजर्वेशन कराने के लिए आधार नंबर जरूरी होगा। आधार से टिकटों को जोड़ने से व्यक्ति की पूरी जानकारी मिल जाएगी।
रेलवे ने टिकट बिक्री में सक्रिय दलालों को रोकने के लिए कई नियम बदले हैं। इसके बावजूद उनकी सक्रियता कम नहीं हो पा रही है। इसका असर ये हो रहा है कि यात्रियों को वेटिंग के ही टिकट मिलते हैं। अगर उन्हें कंफर्म टिकट चाहिए तो फिर दलालों को मोटी कीमत देनी होती है। इससे यात्रियों की परेशानी तो बढ़ती है, साथ ही रेलवे की बदनामी होती है।
ऐसे प्रयोग होगा आधार का नंबर
दलाल खासतौर पर आनलाइन बुकिंग में सबसे अधिक सक्रियता दिखाते हैं। लेकिन आधार से जुड़ जाने के बाद यात्री का डाटा मिल जाएगा और उसकी पहचान भी हो जाएगी। सरकार का मानना है कि अब लगभग सभी भारतीय नागरिकों के पास आधार कार्ड हैं। सीपीआरओ नीरज शर्मा ने बताया कि अभी इस योजना पर विचार चल रहा है। जल्द ही इसे लागू कर दिया जाएगा।
मुरादाबाद। यात्री को रिजर्वेशन कराते समय फार्म पर अपना नंबर भरना होगा। यही नंबर यात्री के टिकट और चार्ट पर प्रिंट किया जाएगा। यात्री को सफर के दौरान दिखाई जाने वाली आईडी में आधार कार्ड रखना होगा। टीटीई आधार कार्ड के नंबर मिलान करेगा। इससे किसी दूसरे के सफर करने की संभावना समाप्त हो जाएगी।
रेलवे जल्द ही टिकट बुकिंग सिस्टम को आधार कार्ड से जोड़ने वाला है। इसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। सर्कुलर भी जा चुका है। जल्द ही रिजर्वेशन फार्म की तस्वीर बदल जाएगी। उस पर आधार नंबर का कालम भी बढ़ा दिया जाएगा। ऐसा टिकटों की दलाली रोकने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
रेलवे ने टिकट बुकिंग सिस्टम को और अधिक सुरक्षित करने के उद्देश्य से नया तरीका निकाला है। अब टिकट बुकिंग को आधार नंबर से जोड़ा जाएगा। रिजर्वेशन कराने के लिए आधार नंबर जरूरी होगा। आधार से टिकटों को जोड़ने से व्यक्ति की पूरी जानकारी मिल जाएगी।
रेलवे ने टिकट बिक्री में सक्रिय दलालों को रोकने के लिए कई नियम बदले हैं। इसके बावजूद उनकी सक्रियता कम नहीं हो पा रही है। इसका असर ये हो रहा है कि यात्रियों को वेटिंग के ही टिकट मिलते हैं। अगर उन्हें कंफर्म टिकट चाहिए तो फिर दलालों को मोटी कीमत देनी होती है। इससे यात्रियों की परेशानी तो बढ़ती है, साथ ही रेलवे की बदनामी होती है।
ऐसे प्रयोग होगा आधार का नंबर
दलाल खासतौर पर आनलाइन बुकिंग में सबसे अधिक सक्रियता दिखाते हैं। लेकिन आधार से जुड़ जाने के बाद यात्री का डाटा मिल जाएगा और उसकी पहचान भी हो जाएगी। सरकार का मानना है कि अब लगभग सभी भारतीय नागरिकों के पास आधार कार्ड हैं। सीपीआरओ नीरज शर्मा ने बताया कि अभी इस योजना पर विचार चल रहा है। जल्द ही इसे लागू कर दिया जाएगा।
मुरादाबाद। यात्री को रिजर्वेशन कराते समय फार्म पर अपना नंबर भरना होगा। यही नंबर यात्री के टिकट और चार्ट पर प्रिंट किया जाएगा। यात्री को सफर के दौरान दिखाई जाने वाली आईडी में आधार कार्ड रखना होगा। टीटीई आधार कार्ड के नंबर मिलान करेगा। इससे किसी दूसरे के सफर करने की संभावना समाप्त हो जाएगी।
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