ईद पर विशेष
मेरे अक़ीदे ने तुझको किया है ईद का चॉद......
-अरुण मिश्र जी की कुछ लाईनें
है लबे&बाम तेरे हुस्न की ताईद का चाँद।
हो मुबारक सभी को आज बज़्मे&ईद का चाँद।।
उफ़क पे उभरी हुई यूँ तो इक लकीर है बस।
मेरे अक़ीदे ने तुझको किया है ईद का चॉद॥
मुझे यक़ीन है ख़ुशियों से भरेगा दामन।
मैंने बरसों से इसे जाना है उम्मीद का चॉद॥
गले मिलो सभी आपस में भूल कर नफ़रत।
झलक रहा है फ़लक पे इसी ताकीद का चॉद॥
सभी का एक ही मालिक है जान लो लोगों।
'अरुन' के वास्ते चमका है ये तौहीद का चॉद॥
आप सभी को
ईद मुबारक
विनय जी डेविड
मेरे अक़ीदे ने तुझको किया है ईद का चॉद......
-अरुण मिश्र जी की कुछ लाईनें
है लबे&बाम तेरे हुस्न की ताईद का चाँद।
हो मुबारक सभी को आज बज़्मे&ईद का चाँद।।
उफ़क पे उभरी हुई यूँ तो इक लकीर है बस।
मेरे अक़ीदे ने तुझको किया है ईद का चॉद॥
मुझे यक़ीन है ख़ुशियों से भरेगा दामन।
मैंने बरसों से इसे जाना है उम्मीद का चॉद॥
गले मिलो सभी आपस में भूल कर नफ़रत।
झलक रहा है फ़लक पे इसी ताकीद का चॉद॥
सभी का एक ही मालिक है जान लो लोगों।
'अरुन' के वास्ते चमका है ये तौहीद का चॉद॥
आप सभी को
ईद मुबारक
विनय जी डेविड
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