नई दिल्ली। बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि लोगों को धोखा दे रही है। हाल ही में इसका खुलासा हुआ। विज्ञापनों पर नजर रखने वाली संस्था एडवर्टाइंजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया(एएससीआई) की कंज्यूमर कंप्लेंट काउंसिल(सीआईसी) ने पतंजलि को ग्राहकों को भ्रमित करते हुए पाया।
बाबा रामदेव प्रोडक्ट के जरिए लोगों को भटकाते हैं
एएससीआई की सीआईसी ने माना है कि पतंजलि का दंतकांति टूथपेस्ट, पतंजलि जूस और अमूल एपिक चोको आइसक्रीम सहित 98 उत्पाद ग्राहकों को भ्रमित करते हैं। सीआईसी ने इस साल जून में इन 98 उत्पादों के खिलाफ मिली शिकायतों को सही पाया है। 98 में से 39 उत्पाद शिक्षा, 25 स्वास्थ्य व पर्सनल केयर, 11 फूड एंड बेवरेज और छह ई-कॉमर्स से जुड़े हुए हैं। बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद के तीन उत्पादों को भटकाने वाला पाया गया है।
रामदेव का कोई प्रोडक्ट प्रमाणित नहीं
सीआर्इसी के मुताबिक पतंजलि का टूथपेस्ट, जूस और एनर्जी बार ग्राहकों को मिसलीड करते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक पतंजलि के जूस के विज्ञापन में बताया जाता है कि वे पहले से मौजूद ब्रांड्स की तुलना में ज्यादा फ्रूट पल्प देते हैं, जो कि अप्रमाणित है।
चॉकलेट खाने से नुकसान होने का कोई प्रमाण नहीं
एनर्जी बार के विज्ञापन में कहा जाता है चॉकलेट स्वास्थ्य के लिए बुरी होती है। ऐसा अभी प्रमाणित नहीं हुआ है कि चॉकलेट खाने से नुकसान होता है। इसके अलावा अमूल के एपिक चोको आल्मंड के विज्ञापन को उसके कवर पर मिसलीड करने वाले चित्र दिखाने के लिए फटकारा गया है। इनके अलावा तुलसी ग्रीन टी, पेटीएम, उबर, नापतौल, पॉलिसी बाजार, आईबीबो, फ्लाइंग मशीन के विज्ञापनों को भी मिसलीडिंग पाया गया है।
पतंजलि ने एएससीआई पर किया केस
अंग्रेजी अखबार मिंट के मुताबिक पतंजलि ने एएससीआई की रिपोर्ट पर सवाल उठाए है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि एएससीआई असंवैधानिक संस्था है। उसे सवाल उठाने का कोई हक नहीं है। कंपनी ने एएससीआई पर केस कर रखा है जिस पर इसी महीने की 21 तारीख (आज) को बॉम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है।
बता दें कि इससे पहले भी बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि पर इस तरह के आरोप लगे हैं। हैदराबाद में पतंजलि प्रोडक्ट के खिलाफ एक फतवा दिया। जिसमें कहा गया कि ये कंपनी अपने प्रोडक्ट में गौमूत्र डालती है।
बाबा रामदेव प्रोडक्ट के जरिए लोगों को भटकाते हैं
एएससीआई की सीआईसी ने माना है कि पतंजलि का दंतकांति टूथपेस्ट, पतंजलि जूस और अमूल एपिक चोको आइसक्रीम सहित 98 उत्पाद ग्राहकों को भ्रमित करते हैं। सीआईसी ने इस साल जून में इन 98 उत्पादों के खिलाफ मिली शिकायतों को सही पाया है। 98 में से 39 उत्पाद शिक्षा, 25 स्वास्थ्य व पर्सनल केयर, 11 फूड एंड बेवरेज और छह ई-कॉमर्स से जुड़े हुए हैं। बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद के तीन उत्पादों को भटकाने वाला पाया गया है।
रामदेव का कोई प्रोडक्ट प्रमाणित नहीं
सीआर्इसी के मुताबिक पतंजलि का टूथपेस्ट, जूस और एनर्जी बार ग्राहकों को मिसलीड करते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक पतंजलि के जूस के विज्ञापन में बताया जाता है कि वे पहले से मौजूद ब्रांड्स की तुलना में ज्यादा फ्रूट पल्प देते हैं, जो कि अप्रमाणित है।
चॉकलेट खाने से नुकसान होने का कोई प्रमाण नहीं
एनर्जी बार के विज्ञापन में कहा जाता है चॉकलेट स्वास्थ्य के लिए बुरी होती है। ऐसा अभी प्रमाणित नहीं हुआ है कि चॉकलेट खाने से नुकसान होता है। इसके अलावा अमूल के एपिक चोको आल्मंड के विज्ञापन को उसके कवर पर मिसलीड करने वाले चित्र दिखाने के लिए फटकारा गया है। इनके अलावा तुलसी ग्रीन टी, पेटीएम, उबर, नापतौल, पॉलिसी बाजार, आईबीबो, फ्लाइंग मशीन के विज्ञापनों को भी मिसलीडिंग पाया गया है।
पतंजलि ने एएससीआई पर किया केस
अंग्रेजी अखबार मिंट के मुताबिक पतंजलि ने एएससीआई की रिपोर्ट पर सवाल उठाए है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि एएससीआई असंवैधानिक संस्था है। उसे सवाल उठाने का कोई हक नहीं है। कंपनी ने एएससीआई पर केस कर रखा है जिस पर इसी महीने की 21 तारीख (आज) को बॉम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है।
बता दें कि इससे पहले भी बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि पर इस तरह के आरोप लगे हैं। हैदराबाद में पतंजलि प्रोडक्ट के खिलाफ एक फतवा दिया। जिसमें कहा गया कि ये कंपनी अपने प्रोडक्ट में गौमूत्र डालती है।
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