तहसील प्रमुख// राजीव जैन (गाडरवारा //टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरो प्रमुख से संपर्क:- 9926650850
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गाडरवारा। गाडरवारा में नरसिंहपुर जिले की सबसे बड़ी सरकारी अस्पताल है। मरीजों को यदि किसी कारण वश रिफर करने की नौवत आ जाये तो ऐम्बूलेंस का अभाव है। क्योंकि सरकारी अस्पताल की जो ऐम्बूलेंस है। वह तो कुछ माह से बिगड़ी पड़ी है। जिस कारण साईखेड़ा सरकारी अस्पताल से ऐम्बूलेंस मगाई गई है। जो कि मरीजों की सहायता के लिये कार्य में आती है। सांईखेड़ा अस्पताल ने यदि इमरजेंसी आ जाये तो तुरंत सांईखेड़ा अस्पताल भेजनी पड़ती है। जो कि गाडरवारा से सांईखेड़ा तक खाली जाती है। जाते समय जो डीजल खर्च होता है। उसका भुगतान का पैसा रोगी कल्याण समिति द्ववारा दिया जाता है। बाद में जितनी मरीज के द्वारा चलबाई जाती हेै। बाकी का पैसा मरीज के परिजनों से लिया जाता है। -- सरकारी अस्पताल बनी टाईमपास का अड्डा --
गडरवारा- सरकारी अस्पताल में रात्रि 9 बजे के बाद अस्पताल प्रागण व अस्पताल के अन्दर असमाजिक तत्वों का जमघर लगना शुरू हो जाता है। अस्पताल के परिसर के बाहर गाड़ी ही गाड़ी दिखाई देने लगती है। कुछ तो अस्पताल के वार्ड में ऐसे घूमते है जैसे कि मरीजों का निरक्षण करने आये हो कुछ तो महिला वाडो में घूमते रहते हे। डाक्ट्रारों व सुरक्षा गाडो द्ववारा इनको रोकने का प्रयास नहीं किया जाता ये रात्रि में 2 बजे तक अस्पताल में घूमते रहते है। जैसे पार्क में टहल रहे हो। वार्ड मरीजों का कहना है। कि इस कारण हम लोग रात्रि में मुशकिल से ही सो पाते है। अत:अस्पताल अधिकारियों से निवेदन है कि अस्पताल में पीडि़त के परिजन को ही प्रवेश दिया जावें व सुरक्षा के प्रबंध किये जावें। जिससे मरीज सुख चैन से रात्रि में रह सके।
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