राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने बुधवार को कहा कि नीतीश कुमार सरकार का छह महीने तक विरोध न करने का उनका व्रत समाप्त हो गया है और अब वे बिहार के गांवों का दौराकर वर्तमान सरकार की पोल खोलेंगे।
पटना में राजद के कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए लालू ने कहा, "नीतीश कुमार के विधानसभा चुनाव में जीतने के बाद मैंने कहा था कि छह माह तक मैं उनका कोई विरोध नहीं करूंगा। यही कारण है कि मैं दिल्ली में रह रहा था।"
अब छह महीने से ज्यादा का समय बीत गया है। उन्होंने कहा कि इस दौरान यह भ्रम भी फैलाया गया कि वे मंत्री पद पाने के लिए दिल्ली में बैठे हुए हैं।
उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पर आरोप लगाया कि वह षड्यंत्र कर अन्य पार्टियों के नेताओं पर डोरे डाल रहा है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि किसी के जाने से किसी पार्टी का वजूद समाप्त नहीं होता। प्रसाद ने नीतीश कुमार को अहंकार में डूबे होने की बात कहते हुए कहा कि वर्तमान सरकार में घोटाले ही घोटाले हैं।
उन्होंने नीतीश पर बिहार राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बियाडा) की जमीन को औने-पौने दाम में अपने चहेतों को देने का आरोप लगाया और इसकी जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की।
उन्होंने आरोप लगाया कि ए. राजा की तरह नीतीश ने भी जमीन को 'पहले आओ, पहले पाओ' की तरह बांट दिया। सीएजी की रिपोर्ट से भी यह साबित हो गया है कि राज्य में कितना घोटला हुआ है। उन्होंने सभी घोटालों की जांच सीबीआई से कराने की मांग की।
प्रसाद ने कहा कि बिहार की जनता में आक्रोश है और अब वह गांवों की ओर जाएंगे। उन्होंने कहा कि राजद अक्टूबर में 'पटना मार्च' निकालेगी।
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