पुलिस ने किया चमत्कार 12 को बताया फरार 4 पर मुकदमा दर्ज डेढ़ लाख की जप्ती
Present by - toc news
बैतूल (रामकिशोर पंवार): पिछले डेढ़ साल से जिला मुख्यालय स्थित पारधी ढाने में मध्यप्रदेश के सबसे बड़े जुआघर को लेकर लगातार छप रहे समाचारो के बीच पुलिस ने अचानक डेढ़ लाख का जुआ तथा 4 जुआडिय़ो के पकड़ा जाने की जानकारी दी। पुलिस की एक जानकारी के अनुसार जुआघर का संचालक अलस्या पारधी एवं अन्य 11 लोग भागने में सफल हो गए। भागे गए जुआडिय़ों एवं खिलाडिय़ों पर 50 लाख रूपये की मोटी रकम लेकर भाग जाने का आरोप है। वही घटना के बारे में एक जानकारी यह भी सामने आई है कि पारधी ढाने में चल रहे जुआघर से 30 लाख रूपये जीत कर ले जा रहे खिलाडिय़ों एवं महाराष्ट्र के किसी संजू नामक व्यक्ति को पुलिस ने मुलताई की ओर जाते समय जुआघर के संचालक अलस्या पारधी की सूचना पर धर दबोचा और वाहन में मौजूद तीस लाख रूपये तथा चार खिलाडिय़ों सहित वाहन को भी पकड़ लाई। पुलिस जिन लोगो को फरार बता रही थी उनमें से अधिकांश बैतूल जिला मुख्यालय पर मौजूद थे। स्वंय अलस्या पारधी अपने ही ढाने से अपने मित्रो एवं सहयोगियों से पूरे मामले को अपने हिसाब से दर्ज कर उसकी कहानी बनाने में लगा हुआ था। भरोसेमंद सूत्रो ने बताया कि पारधी ढाने में एक लाख रूपये के हिसाब से चार घंटे के जुआ का संचालन करने वाले परतवाड़ा (महाराष्ट्र) के किसी संजू नामक व्यक्ति को फटट्े के धंधे से पिछले तीन दिनो से लगातार बीस - तीस लाख रूपये की मोटी कमाई हो रही थी। खेल का तथा खिलाडिय़ो का पैसा बाहर जाते देख अलस्या पारधी ने स्वंय अपने पुलिस विभाग में मौजूद सहयोगियों से संजू के वाहन जीत कर जाते समय की पूरी सूचना दी। पुलिस ने दनोरा टर्मिनल पर जाल बिछा कर जुआडिय़ों एवं खिलाड़ी को पकड़ दबोचने की पूरी रणनीति तय की जिसके अनुरूप वाहन का पीछा करके पुलिस ने मिलानपुर टोल के पास से उक्त वाहन को धर दबोचा। समचार पत्रो में पुलिस ने पारधी ढाने में दबीश देकर जुआ पकडऩे की जानकारी दी लेकिन वहां पर रात्री 11.30 बजे तक मौजूद जुआडिय़ों के अनुसार पुलिस पारधी ढाने के जुआघर तक पहुंची ही नहीं और पूरा मामला सुन्योजित तरीके से हल हो गया। अब चूंकि पुलिस कहानी बता रही है कि अलस्या पारधी 50 लाख रूपये लेकर फरार हो गया तब ऐसी स्थिति में आरोपी के पकड़ा जाने पर क्या आरोपी जुआघर के संचालक से पुलिस उक्त 50 लाख रूपये की राशी बरामद करेगी? बरहाल पुलिस की पूरी कार्रवाई और पुलिस की जानकारी भ्रमित करने वाली है। आज भी अलस्या पारधी का जुआ चल रहा है लेकिन पुलिस के पास सिर्फ एक ही जवाब रहता है कि पारधी जाति की महिला यदि पुलिस कार्रवाई के दौरान नि:वस्त्र हो गई तो वे क्या करेगें ? पुलिस की तथाकथित छापामार कार्रवाई में यह जानते हुए भी कि पुलिस के सामने पारधी महिला नाटक नौंटकी हंगामा खड़ा करेगी तब महिला पुलिस कर्मचारियों, अधिकारियों को अपने साथ लेकर क्यूं नहीं गई। पूरी कार्रवाई यदि एसडीओपी सुश्री ज्योति के मार्गनिर्देशन में होती तो बात कुछ और ही होती।
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बैतूल (रामकिशोर पंवार): पिछले डेढ़ साल से जिला मुख्यालय स्थित पारधी ढाने में मध्यप्रदेश के सबसे बड़े जुआघर को लेकर लगातार छप रहे समाचारो के बीच पुलिस ने अचानक डेढ़ लाख का जुआ तथा 4 जुआडिय़ो के पकड़ा जाने की जानकारी दी। पुलिस की एक जानकारी के अनुसार जुआघर का संचालक अलस्या पारधी एवं अन्य 11 लोग भागने में सफल हो गए। भागे गए जुआडिय़ों एवं खिलाडिय़ों पर 50 लाख रूपये की मोटी रकम लेकर भाग जाने का आरोप है। वही घटना के बारे में एक जानकारी यह भी सामने आई है कि पारधी ढाने में चल रहे जुआघर से 30 लाख रूपये जीत कर ले जा रहे खिलाडिय़ों एवं महाराष्ट्र के किसी संजू नामक व्यक्ति को पुलिस ने मुलताई की ओर जाते समय जुआघर के संचालक अलस्या पारधी की सूचना पर धर दबोचा और वाहन में मौजूद तीस लाख रूपये तथा चार खिलाडिय़ों सहित वाहन को भी पकड़ लाई। पुलिस जिन लोगो को फरार बता रही थी उनमें से अधिकांश बैतूल जिला मुख्यालय पर मौजूद थे। स्वंय अलस्या पारधी अपने ही ढाने से अपने मित्रो एवं सहयोगियों से पूरे मामले को अपने हिसाब से दर्ज कर उसकी कहानी बनाने में लगा हुआ था। भरोसेमंद सूत्रो ने बताया कि पारधी ढाने में एक लाख रूपये के हिसाब से चार घंटे के जुआ का संचालन करने वाले परतवाड़ा (महाराष्ट्र) के किसी संजू नामक व्यक्ति को फटट्े के धंधे से पिछले तीन दिनो से लगातार बीस - तीस लाख रूपये की मोटी कमाई हो रही थी। खेल का तथा खिलाडिय़ो का पैसा बाहर जाते देख अलस्या पारधी ने स्वंय अपने पुलिस विभाग में मौजूद सहयोगियों से संजू के वाहन जीत कर जाते समय की पूरी सूचना दी। पुलिस ने दनोरा टर्मिनल पर जाल बिछा कर जुआडिय़ों एवं खिलाड़ी को पकड़ दबोचने की पूरी रणनीति तय की जिसके अनुरूप वाहन का पीछा करके पुलिस ने मिलानपुर टोल के पास से उक्त वाहन को धर दबोचा। समचार पत्रो में पुलिस ने पारधी ढाने में दबीश देकर जुआ पकडऩे की जानकारी दी लेकिन वहां पर रात्री 11.30 बजे तक मौजूद जुआडिय़ों के अनुसार पुलिस पारधी ढाने के जुआघर तक पहुंची ही नहीं और पूरा मामला सुन्योजित तरीके से हल हो गया। अब चूंकि पुलिस कहानी बता रही है कि अलस्या पारधी 50 लाख रूपये लेकर फरार हो गया तब ऐसी स्थिति में आरोपी के पकड़ा जाने पर क्या आरोपी जुआघर के संचालक से पुलिस उक्त 50 लाख रूपये की राशी बरामद करेगी? बरहाल पुलिस की पूरी कार्रवाई और पुलिस की जानकारी भ्रमित करने वाली है। आज भी अलस्या पारधी का जुआ चल रहा है लेकिन पुलिस के पास सिर्फ एक ही जवाब रहता है कि पारधी जाति की महिला यदि पुलिस कार्रवाई के दौरान नि:वस्त्र हो गई तो वे क्या करेगें ? पुलिस की तथाकथित छापामार कार्रवाई में यह जानते हुए भी कि पुलिस के सामने पारधी महिला नाटक नौंटकी हंगामा खड़ा करेगी तब महिला पुलिस कर्मचारियों, अधिकारियों को अपने साथ लेकर क्यूं नहीं गई। पूरी कार्रवाई यदि एसडीओपी सुश्री ज्योति के मार्गनिर्देशन में होती तो बात कुछ और ही होती।
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