भोपाल। मनरेगा की समीक्षा बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव आरएस जुलानिया और मुख्यमंत्री के सचिव विवेक अग्रवाल आपस में भिड़ गए। मामला शहडोल में मजदूरों का रुका हुआ भुगतान कराने का है। बैंक एजेंट भुगतान के नाम पर मजदूरों से घूस मांग रहे हैं। इसी को लेकर मुख्य सचिव अंटोनी डिसा ने बैठक बुलाई थी। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के आयुक्त विवेक अग्रवाल मुख्यमंत्री के सचिव की हैसियत से इस बैठक में मौजूद थे।
दो अफसरों के बीच ऐसे हुई बहस...
विवेक अग्रवाल :
मुख्यमंत्री हाल ही में शहडोल दौरे पर गए थे। उन्हें शिकायत मिली थी कि मनरेगा का लेबर पेमेंट करने के लिए जिन इलाकों में बैंकों की ब्रांच नहीं हंै, वहां बैंकों ने एजेंट नियुक्त कर दिए हैं। वे मजदूरों से पेमेंट करने के लिए रिश्वत मांग रहे हैं। 30 सितंबर तक मजदूरों का भुगतान हो जाना चाहिए।
वे आगे कुछ कहते, एसीएस जुलानिया ने उन्हें रोक दिया...
आरएस जुलानिया:
विवेक, डोंट डिक्टेट योर टर्म। आई विल मैनेज माय डिपार्टमेंट (मेरे विभाग को निर्देशित मत करो, मैं अपने विभाग को संभाल सकता हूं।)
अग्रवाल: दीज आर माय सजेशन्स (ये मेरे सुझाव हैं)।
अग्रवाल: दीज आर माय सजेशन्स (ये मेरे सुझाव हैं)।
जुलानिया:
एप्लाई योर सजेशन्स इन योर डिपार्टमेंट (अपने सुझाव अपने विभाग में लागू कीजिए)।
...बात बढ़ने लगी तो मुख्य सचिव डिसा दोनों के बीच हस्तक्षेप करने के बजाय बैठक से बाहर चले गए। फिर विवेक अग्रवाल ने कहा- मैं जो सुझाव दे रहा हूं, उनका पालन होना चाहिए।
...बात बढ़ने लगी तो मुख्य सचिव डिसा दोनों के बीच हस्तक्षेप करने के बजाय बैठक से बाहर चले गए। फिर विवेक अग्रवाल ने कहा- मैं जो सुझाव दे रहा हूं, उनका पालन होना चाहिए।
फिर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की प्रमुख सचिव नीलम शम्मी राव को निर्देश दिए कि शहडोल में कैंप करो। कलेक्टर को बुलाओ। चाहे जो करो, लेकिन 30 सितंबर तक मजदूरों का भुगतान हो जाना चाहिए। इतना कह कर अग्रवाल भी बैठक से चले गए। शाम को उनके निर्देश जारी भी कर दिए गए।
कोट्स
कहीं भी भुगतान नहीं रुका
मनरेगा का भुगतान किसी भी जिले में नहीं रुका है। बैठक में क्या हुआ? इस बारे में मुझे कुछ नहीं कहना है। - आरएस जुलानिया, एसीएस, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग
पेमेंट नहीं होने की है शिकायतमुख्यमंत्री जब शहडोल दौरे पर आए थे तो मनरेगा का भुगतान नहीं होने की शिकायतें मिली थी। लेकिन रिश्वत मांगने की शिकायत होने की जानकारी मुझे नहीं है। सीएम ने निर्देश दिए हैं कि कैंप लगाकर मजदूरों को भुगतान किया जाए। - मुकेश कुमार शुक्ला, कलेक्टर शहडोल
कहीं भी भुगतान नहीं रुका
मनरेगा का भुगतान किसी भी जिले में नहीं रुका है। बैठक में क्या हुआ? इस बारे में मुझे कुछ नहीं कहना है। - आरएस जुलानिया, एसीएस, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग
पेमेंट नहीं होने की है शिकायतमुख्यमंत्री जब शहडोल दौरे पर आए थे तो मनरेगा का भुगतान नहीं होने की शिकायतें मिली थी। लेकिन रिश्वत मांगने की शिकायत होने की जानकारी मुझे नहीं है। सीएम ने निर्देश दिए हैं कि कैंप लगाकर मजदूरों को भुगतान किया जाए। - मुकेश कुमार शुक्ला, कलेक्टर शहडोल
उपचुनाव के चलते शहडोल पर है फोकस:
उल्लेखनीय है कि आगामी दिनों में अनूपपुर-शहडोल संसदीय सीट पर लोकसभा का उप चुनाव है। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार का फोकस इन दोनों जिलों में ज्यादा है।
उल्लेखनीय है कि आगामी दिनों में अनूपपुर-शहडोल संसदीय सीट पर लोकसभा का उप चुनाव है। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार का फोकस इन दोनों जिलों में ज्यादा है।
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