ब्यूरो प्रमुख // डा.मकबूल खान (छतरपुर // टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरों प्रमुख से सम्पर्क : 99260 03805
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छतरपुर। सरबई। थाना मुख्यालय अन्तर्गत चंदला रोड़ पर बीएसएन टावर के पीछे स्थित एक खेत में 16 वर्षीय युवती की धारदार हथियार से छेडख़ानी के विरोध करने पर की गई हत्या के मामले का अब तक खुलासा नहीं हो पाया पर आज छतरपुर रेंज के डीआईजी रूप सिंह मीणा और पुलिस अधीक्षक पे्रम सिंह विष्ट ने शाम पांच बजे सरबई पहुँचकर घटना स्थल का दौरा किया और ग्रामीणों से बातचीत भी की। सनद रहे बीते रोज सुबह 11 बजे सरबई मुख्यालय में अपने खेत में रखवाली कर रही 16 वर्षीय युवती केतकी पुत्री लालबहादुर कुशवाहा की अज्ञात लोगों द्वारा जघन्य हत्या कर दी गई थी।
मिली जानकारी के अनुसार डीआईजी और पुलिस अधीक्षक एक साथ शाम करीब पांच बजे सरबई पहुँचे जहां सर्वप्रथम दोनों अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। उनके साथ दर्जन भर से अधिक पुलिस कर्मियों ने घटना स्थल के एक किलोमीटर दायरे तक चारों ओर इस मंशा से निरीक्षण किया ताकि कहीं कोई घटना के खुलासे को लेकर सुराग मिल जाए। पर पुलिस अधिकारियों को कोई सफलता नहीं मिली। घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद दोनों पुलिस अधिकारी ग्रामीणों के पास पहुँचे जहां उन्होंने परिजनों और ग्रामीणों सहित मृतिका केतकी के उस सात वर्षीय चचेरे भाई नीरज से भी घटना की ब्यौरे बार जानकारी ली। दोनों अधिकारियों ने ग्रामीणों को बताया कि कोई भी व्यक्ति जो इस घटना से रत्तीभर वाकिफ हो और उसे इस बात का डर हो कि कहीं उसका नाम खुल गया तो दुश्मनी बन जायेगी तो इस बात से ग्रामीणों को दोनों अधिकारियों ने बेफ्रिक रहने की बात कहीं और कहा कि जानकारी रखने वाला व्यक्ति चाहे तो उनके मोबाईल नम्बर पर व्यक्तिगत रूप से सूचना दे सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की घटनाएं यदि दफन हो गई और पुलिस को आपलोगों का सहयोग नहीं मिला तो भला इन शर्मनाक घटनाओं और दु:साहसी लोगोंं को दण्डित कैसे किया जा सकेगा।
उन्होंने यह भी बताया कि यदि इस तरह की घटनाओं को छिपाने या किसी अन्य डर के चलते न बताने की कायरता दिखाई तो इस बात की पूरी सम्भावनाएं बन जाती है कि अगला शिकार आपके घर की महिला या बेटी होगी। यदि आप लोगों ने समय रहते पुलिस का सहयोग किया तो इस तरह की घटनाओं को रोकने में पुलिस को बल मिलेगा।
मिली जानकारी के अनुसार डीआईजी और पुलिस अधीक्षक एक साथ शाम करीब पांच बजे सरबई पहुँचे जहां सर्वप्रथम दोनों अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। उनके साथ दर्जन भर से अधिक पुलिस कर्मियों ने घटना स्थल के एक किलोमीटर दायरे तक चारों ओर इस मंशा से निरीक्षण किया ताकि कहीं कोई घटना के खुलासे को लेकर सुराग मिल जाए। पर पुलिस अधिकारियों को कोई सफलता नहीं मिली। घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद दोनों पुलिस अधिकारी ग्रामीणों के पास पहुँचे जहां उन्होंने परिजनों और ग्रामीणों सहित मृतिका केतकी के उस सात वर्षीय चचेरे भाई नीरज से भी घटना की ब्यौरे बार जानकारी ली। दोनों अधिकारियों ने ग्रामीणों को बताया कि कोई भी व्यक्ति जो इस घटना से रत्तीभर वाकिफ हो और उसे इस बात का डर हो कि कहीं उसका नाम खुल गया तो दुश्मनी बन जायेगी तो इस बात से ग्रामीणों को दोनों अधिकारियों ने बेफ्रिक रहने की बात कहीं और कहा कि जानकारी रखने वाला व्यक्ति चाहे तो उनके मोबाईल नम्बर पर व्यक्तिगत रूप से सूचना दे सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की घटनाएं यदि दफन हो गई और पुलिस को आपलोगों का सहयोग नहीं मिला तो भला इन शर्मनाक घटनाओं और दु:साहसी लोगोंं को दण्डित कैसे किया जा सकेगा।
उन्होंने यह भी बताया कि यदि इस तरह की घटनाओं को छिपाने या किसी अन्य डर के चलते न बताने की कायरता दिखाई तो इस बात की पूरी सम्भावनाएं बन जाती है कि अगला शिकार आपके घर की महिला या बेटी होगी। यदि आप लोगों ने समय रहते पुलिस का सहयोग किया तो इस तरह की घटनाओं को रोकने में पुलिस को बल मिलेगा।
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