जयपुर। टोंक फाटक पुलिया के पास ज्वैलरी की एक दुकान पर त्यौहार
की वसूली करने पहुंचा एक "नटवरलाल" बजाज नगर थाना पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
वह बिक्रीकर इंस्पेक्टर का फर्जी आईकार्ड दिखाकर ज्वैलर्स को धमका रहा था।
पुलिस को पूछताछ में उसने 2006 में एसएमएस मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करना
बताया। पुलिस इसका पता लगा रही है।
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार योगेश शर्मा (30) मूलत: थोई, सीकर व हाल करतारपुरा स्थित सत्यवाटिका निवासी है। कोर्ट में पेश कर उसे चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। उसके पास से कई फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं।
ऎसे चढ़ा हत्थे
पुलिस ने बताया कि योगेश बुधवार को टोंक फाटक पुलिया के पास स्थित ज्वैलरी की दुकान पर पहुंचा और दुकान मालिक सर्वेश को सेल टैक्स इंस्पेक्टर का फर्जी परिचय पत्र व चालान बुक दिखाकर रूपए ऎंठने की कोशिश करने लगा। तभी शक होने पर पीडित के भतीजे व पड़ोसी दुकान के मालिक ने पुलिस को इसकी सूचना दी।
इस पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर योगेश को दबोच लिया। तस्दीक किए जाने पर उसका आईकार्ड फर्जी निकला। पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच में उसकी अभी भुरेसम नामक फार्मा कम्पनी होने की बात पता चली है। वह फर्जी इंस्पेक्टर बनकर पहले भी तीन लोगों को धमकाकर रूपए ऎंठ चुका है।
ये हुए बरामद
एसीबी राजस्थान का आईकार्ड
इंडियन प्रेस काउंसिल का आईकार्ड
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया का आईकार्ड
मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया का आईकार्ड
जयपुर केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन का आईकार्ड
आरसीए और एआईडीसीओ का कार्ड
नई दिल्ली में बना ड्राइविंग लाइसेंस
एक देशी कट्टा और छुरा
पकड़ा गया आरोपी मेडिकल कॉलेज का छात्र रहा है या नहीं, इसकी जांच कराई जा रही है। पुलिस ने उसके बारे में कोई सूचना नहीं दी है।
सुभाष नेपालिया, प्रिंसिपल, एसएमएस मेडिकल कॉलेज
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार योगेश शर्मा (30) मूलत: थोई, सीकर व हाल करतारपुरा स्थित सत्यवाटिका निवासी है। कोर्ट में पेश कर उसे चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। उसके पास से कई फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं।
ऎसे चढ़ा हत्थे
पुलिस ने बताया कि योगेश बुधवार को टोंक फाटक पुलिया के पास स्थित ज्वैलरी की दुकान पर पहुंचा और दुकान मालिक सर्वेश को सेल टैक्स इंस्पेक्टर का फर्जी परिचय पत्र व चालान बुक दिखाकर रूपए ऎंठने की कोशिश करने लगा। तभी शक होने पर पीडित के भतीजे व पड़ोसी दुकान के मालिक ने पुलिस को इसकी सूचना दी।
इस पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर योगेश को दबोच लिया। तस्दीक किए जाने पर उसका आईकार्ड फर्जी निकला। पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच में उसकी अभी भुरेसम नामक फार्मा कम्पनी होने की बात पता चली है। वह फर्जी इंस्पेक्टर बनकर पहले भी तीन लोगों को धमकाकर रूपए ऎंठ चुका है।
ये हुए बरामद
एसीबी राजस्थान का आईकार्ड
इंडियन प्रेस काउंसिल का आईकार्ड
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया का आईकार्ड
मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया का आईकार्ड
जयपुर केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन का आईकार्ड
आरसीए और एआईडीसीओ का कार्ड
नई दिल्ली में बना ड्राइविंग लाइसेंस
एक देशी कट्टा और छुरा
पकड़ा गया आरोपी मेडिकल कॉलेज का छात्र रहा है या नहीं, इसकी जांच कराई जा रही है। पुलिस ने उसके बारे में कोई सूचना नहीं दी है।
सुभाष नेपालिया, प्रिंसिपल, एसएमएस मेडिकल कॉलेज
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