हैदराबाद, - अवैध खनन मामले में गिरफ्तार हुई आंध्र प्रदेश की सीनियर आईएएस अधिकारी वीई श्रीलक्ष्मी को सी बी आई हिरास्तात में भेज दिया गया है. श्रीलक्ष्मी पर आरोप है कि उन्होंने खनन व्यवसायी जी. जनार्दन रेड्डी की कंपनी को नियमों की अनदेखी कर फायदा पहुंचाया. अदालत ने उन्हें तीन दिन के लिए सीबीआई की हिरासत में भेजा है। उन्होंने पहले अर्ज़ी देने वालों को नज़रअंदाज़ करके गाली जनार्धन रेड्डी की कम्पनी को कच्चे लोहे के ख़नन के लिए भूमि आवंटित की थी. .
इस मामले में जांच एजेंसी द्वारा यह चौथी गिरफ्तारी है। दिवंगत मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के कार्यकाल के दौरान वह आंध्र प्रदेश औद्योगिक विभाग की सचिव थी. श्रीलक्ष्मी पर लगे आरोपों के मुताबिक जिस समय वाईएस राजशेखर रेड्डी की सरकार ने जनार्दन रेड्डी की कंपनी को खनन का लाइसेंस देने का फ़ैसला करते हुए आदेश जारी किए थे, उस वक्त श्रीलक्ष्मी सेक्रेट्री इंडस्ट्रीज के पद पर थीं और आदेश इनके ही दस्तखत से जारी हुए थे.
आंध्र प्रदेश की सीनियर आईएएस अधिकारी वाई श्रीलक्ष्मी को सीबीआई ने अवैध खनन मामले में सोमवार की रात हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया था. श्रीलक्ष्मी पर आरोप है कि इन्होंने कर्नाटक के पूर्व मंत्री जनार्दन रेड्डी की माइनिंग कंपनी आबुलापुरम को इसेंस देने में नियमों की अनदेखी की. आरोपों के मुताबिक इन्होंने पहले अर्जी देने वालों को नजरअंदाज करते हुए आबुलापुरम को माइनिंग का लाइसेंस जारी कर दिया. इसी सिलसिले में सीबीआई ने श्रीलक्ष्मी को परिवार कल्याण विभाग के दफ्तर से गिरफ्तार किया. अवैध खनन मामले में पूर्व मंत्री जनार्दन रेड्डी, आबुलापुरम के डायरेक्टर बी वी श्रीनिवास रेड्डी और खनन विकास निगम के पूर्व प्रबंध निदेशक वीडी राजगोपाल को पहले ही गिरफ्तार कर चंचलगुडा सेंट्रल जेल भेजा जा चुका है.
इस मामले में जांच एजेंसी द्वारा यह चौथी गिरफ्तारी है। दिवंगत मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के कार्यकाल के दौरान वह आंध्र प्रदेश औद्योगिक विभाग की सचिव थी. श्रीलक्ष्मी पर लगे आरोपों के मुताबिक जिस समय वाईएस राजशेखर रेड्डी की सरकार ने जनार्दन रेड्डी की कंपनी को खनन का लाइसेंस देने का फ़ैसला करते हुए आदेश जारी किए थे, उस वक्त श्रीलक्ष्मी सेक्रेट्री इंडस्ट्रीज के पद पर थीं और आदेश इनके ही दस्तखत से जारी हुए थे.
आंध्र प्रदेश की सीनियर आईएएस अधिकारी वाई श्रीलक्ष्मी को सीबीआई ने अवैध खनन मामले में सोमवार की रात हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया था. श्रीलक्ष्मी पर आरोप है कि इन्होंने कर्नाटक के पूर्व मंत्री जनार्दन रेड्डी की माइनिंग कंपनी आबुलापुरम को इसेंस देने में नियमों की अनदेखी की. आरोपों के मुताबिक इन्होंने पहले अर्जी देने वालों को नजरअंदाज करते हुए आबुलापुरम को माइनिंग का लाइसेंस जारी कर दिया. इसी सिलसिले में सीबीआई ने श्रीलक्ष्मी को परिवार कल्याण विभाग के दफ्तर से गिरफ्तार किया. अवैध खनन मामले में पूर्व मंत्री जनार्दन रेड्डी, आबुलापुरम के डायरेक्टर बी वी श्रीनिवास रेड्डी और खनन विकास निगम के पूर्व प्रबंध निदेशक वीडी राजगोपाल को पहले ही गिरफ्तार कर चंचलगुडा सेंट्रल जेल भेजा जा चुका है.
No comments:
Post a Comment