नई दिल्ली: बिहार के चर्चित चारा घोटाला के एक मामले में रांची की सीबाआई की विशेष अदालत पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव को सजा सुना सकती है। इससे ठीक पहले लालू यादव ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए सजा में रियायत देने की मांग की।
लालू यादव की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शुक्रवार को कोर्ट में पेशी होगी। वह रांची के बिरसा मुंडा जेल में फिलहाल बंद हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूप में सिर्फ जज मौजूद रहेंगे, जबकि पूरा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम खाली है। मीडिया को कोर्ट रूम में इजाजत नहीं दी गई है।
लालू यादव को 3 जनवरी को लालू को सजा सुनाया जाना था। लेकिन एक अधिवक्ता की मौत की वजह से फैसला नहीं हो सका। जिसके बाद रांची की सीबीआई अदालत ने 4 जनवरी की तारीख मुकर्रर की थी। हालांकि इस दिन भी जज ने सजा का ऐलान नहीं किया।
लालू प्रसाद यादव को देवघर जिला राजकोष से फर्जी रूप से करीब 85 लाख रुपये निकालने के मामले में कोर्ट ने उन्हें दोषी करार दिया है। 23 दिसंबर को लालू प्रसाद यादव, पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा समेत 22 लोगों के खिलाफ फैसला सुनाया था।
इस फैसले में कोर्ट ने जगन्नाथ मिश्रा समेत 7 लोगों को बरी कर दिया था वहीं लालू यादव समेत अन्य 15 लोगों को मामले में दोषी करार दिया है। गुरुवार को लालू यादव केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के विशेष अदालत में पेश हुए थे। इस दौरान राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू यादव ने खुद को निर्दोष बताया।
वकीलों के अनुसार, अगर लालू प्रसाद को तीन वर्ष की सजा सुनाई जाती है तो सजा सुनाने के तुरंत बाद उन्हें जमानत मिल सकती है। लालू प्रसाद फिलहाल रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद हैं।
लालू ने कहा कि पूरे मामले में उन्होंने कुछ गलत नहीं किया और अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि जेल में 'बहुत ज्यादा ठंड' है। अदालत में मौजूद वकील के मुताबिक, लालू यादव ने सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह से कहा, 'सर, जेल में ठंडा बहुत लगता है।'
आरजेडी नेता ने कहा कि इसके साथ ही और भी कई तरह की समस्याएं हैं। उन्हें जेल में कैदियों से मिलने नहीं दिया जाता है। न्यायाधीश ने इस पर कहा, 'इसलिए तो आपको यहां अदालत बुलाया जाता है ताकि आप लोगों से मुलाकात कर सकें। अगर आपको ठंड लगती है तो इसे दूर भगाने के लिए आप हारमोनियम या तबला बजाएं।'
जब लालू प्रसाद ने दावा किया कि वह इस मामले में बेकसूर हैं, तो न्यायाधीश ने कहा, 'आप मुख्यमंत्री थे और वित्त विभाग के प्रभारी थे। आपने समय पर कार्रवाई नहीं की। कृपया जाइए। आज आपको सजा सुनाने का दिन नहीं है।'
लालू प्रसाद ने इसके बाद कहा, 'सर, मैं भी वकील हूं। इस पर न्यायाधीश ने कहा, तब आप जेल में डिग्री लेकर आइए।' लालू प्रसाद ने कहा, 'सर, सबकुछ सही हो जाए, अगर किसी के पास ठंडा दिमाग हो।' इस पर न्यायाधीश ने कहा, 'मैं किसी की नहीं सुनता। आपके शुभचिंतकों के फोन बहुत दूर-दूर से आते हैं।'
न्यायाधीश ने कहा कि अगर राजद नेता को अदालत आने में समस्या है तो वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आगे की कार्यवाही हो सकती है। इसपर लालू प्रसाद ने कहा, 'नहीं सर, मुझे अदालत आने में कोई समस्या नहीं है। मैं अदालत आउंगा।
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