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◄◄ नाबालिग निकला मास्टरमाइंड
◄◄ 3 नाबालिग समेत 6 गिरफ्तार
◄◄ चोरी के रूपयो से लिया 25 लाख का प्लाट
बैतूल 28 july 15। जिले में पिछले दो महीने से अलग-अलग स्थानो पर हुई चार बड़ी चोरियों का पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने 6 सदस्यीय एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है जिसके तीन सदस्य सहित गिरोह का मास्टरमाइंड भी नाबालिग है। मास्टर माइंड के तार भोपाल के गिरोह से भी जुड़े होने की खबर है। वहीं गिरोह में शामिल एक सदस्य हत्या जैसे जघन्य अपराध में भी संलिप्त रहा है। पुलिस ने आरोपियों के पास से लगभग 9 लाख रूपये का चोरी का सामान और चोरी के रूपये से खरीदी गई बाईक बरामद की है
मंगलवार को पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित पत्रकार वार्ता में पुलिस अधीक्षक राकेश जैन ने चार चोरियो का खुलासा किया। जिसमें 2 अप्रैल को कोतवाली अंतर्गत ग्राम पाढर में किशोरीलाल सोनारे के निवास, 10 जून को ग्राम देवगांव में नासिर खान के निवास, 5 जुलाई को जेएच कालेज के सामने सोनू राठौर की दुकान के साथ ही भैंसदेही थाना क्षेत्र के ग्राम धाबा में एक सूने मकान में की गई चोरी शामिल है।
नाबालिग है 3 आरोपी-
जिले में पिछले दिनो हुई चोरियों के चलते पुलिस अधीक्षक राकेश जैन के निर्देशन एवं कोतवाली टीआई पंकज त्यागी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था। टीम ने मुखबिर की सूचना पर सफीक पिता मो. सफी 22 वर्ष निवासी फांसी खदान, अमन पिता सुखनंदन अवस्थी 19 वर्ष निवासी अर्जुन नगर, सीलू उर्फ पारस पिता श्रीराम धुर्वे 21 वर्ष निवासी मटन मार्केट सहित तीन नाबालिग बालको को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। बारीकी से पूछताछ करने पर सभी ने चार चोरी करना कबूल किया।
9 लाख का माल बरामद-
पुलिस ने आरोपियों के पास से दो जोड़ सोने के कंगन, तीन जोड़ सोने के झाले, तीन सोने के मंगलसूत्र, आठ सोने के मनी, एक सोने का हार, एक जोड़ी सोने की झूमकी, एक सोने की चैन, एक सोने की अंगूठी, सात जोड़ चांदी की पैरपट्टी सहित एक एलसीडी, कंप्यूटर मॉनीटर, की बोर्ड एक हाथ घड़ी, एक होम थियेटर के साथ ही चोरी के रूपयो से खरीदी गई एक हीरो होंडा जेडएमआर बाईक बरामद की है। बरामद सामान की कीमत लगभग 9 लाख रूपये है।
चोरी के जेवरो से लिया लोन-
चोरो ने चोरी किए गए सोने के जेवर आईसीआईसी बैंक में रखकर गोल्ड लोन ले लिया था। चोरो के पकड़ाने पर उनके घरवालो ने लोन चुका कर जेवर बरामद करवाए। पुलिस अधीक्षक श्री जैन ने बताया कि चोरो का मास्टर माइंड एक नाबालिग है। जिसके द्वारा भोपाल में भी लगभग 25 लाख रूपये से एक प्लाट खरीदने की जानकारी मिली है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
भोपाल से भी जुड़े है तार-
एसपी श्री जैन ने बताया कि पकड़े गये चोरो में एक नाबालिग बालक पूर्व में जिले के साथ ही जिले के बाहर चोरी की घटनाओं में संलिप्त रहा है। कुछ माह पूर्व अब्दुल्लागंज पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर एक माह में भोपाल के गिरोह के साथ मिलकर कई चोरियों में शामिल होने का खुलासा हुआ था। उस समय भी इसके कब्जे से लगभग 20-25 लाख रूपये का मसरूका एवं नगदी बरामद हुए थे। एक आरोपी शफीक भी पूर्व में शहर में हुई गैंगवार में हत्या जैसे जघन्य अपराध में संलिप्त रहा है।
घटना के समय बंद कर लेते थे मोबाइल-
श्री जैन ने बताया कि गैंग के सदस्य नाबालिगो को अपने साथ मिलाकर चोरी करते थे। जिससे नाबालिग जल्दी छूट जाते थे वहीं उन्हें थोड़ा सा हिस्सा ही देना पड़ता था। गिरोह के सदस्य घटना घटित करते समय अपने मोबाइल बंद कर लेते थे ताकि मोबाइल के आधार पर पुलिस इन्हें पकड़ न सके। चोरी के रूपयों से गैंग के सदस्य मोटरसायकिल, मोबाईल, सिगरेट, गुटखा एवं शराबखोरी का शौक पूरा करते थे।
टीम में ये थे शामिल-
पुलिस अधीक्षक राकेश जैन के मार्गदर्शन में गठित विशेष टीम में कोतवाली टीआई पंकज त्यागी, गंज पुलिस चौकी प्रभारी सुरेन्द्र यादव, एएसआई संजय रघुवंशी, प्रधान आरक्षक जगदीश रघुवंशी, सुनील पारधे, सुखदेव यादव, आरक्षक अरविं राजावत, अजय वरवरे शामिल थे। पुलिस अधीक्षक ने टीम को पुरूस्कृत करने की घोषणा की।
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बैतूल 28 july 15। जिले में पिछले दो महीने से अलग-अलग स्थानो पर हुई चार बड़ी चोरियों का पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने 6 सदस्यीय एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है जिसके तीन सदस्य सहित गिरोह का मास्टरमाइंड भी नाबालिग है। मास्टर माइंड के तार भोपाल के गिरोह से भी जुड़े होने की खबर है। वहीं गिरोह में शामिल एक सदस्य हत्या जैसे जघन्य अपराध में भी संलिप्त रहा है। पुलिस ने आरोपियों के पास से लगभग 9 लाख रूपये का चोरी का सामान और चोरी के रूपये से खरीदी गई बाईक बरामद की है
मंगलवार को पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित पत्रकार वार्ता में पुलिस अधीक्षक राकेश जैन ने चार चोरियो का खुलासा किया। जिसमें 2 अप्रैल को कोतवाली अंतर्गत ग्राम पाढर में किशोरीलाल सोनारे के निवास, 10 जून को ग्राम देवगांव में नासिर खान के निवास, 5 जुलाई को जेएच कालेज के सामने सोनू राठौर की दुकान के साथ ही भैंसदेही थाना क्षेत्र के ग्राम धाबा में एक सूने मकान में की गई चोरी शामिल है।
नाबालिग है 3 आरोपी-
जिले में पिछले दिनो हुई चोरियों के चलते पुलिस अधीक्षक राकेश जैन के निर्देशन एवं कोतवाली टीआई पंकज त्यागी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था। टीम ने मुखबिर की सूचना पर सफीक पिता मो. सफी 22 वर्ष निवासी फांसी खदान, अमन पिता सुखनंदन अवस्थी 19 वर्ष निवासी अर्जुन नगर, सीलू उर्फ पारस पिता श्रीराम धुर्वे 21 वर्ष निवासी मटन मार्केट सहित तीन नाबालिग बालको को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। बारीकी से पूछताछ करने पर सभी ने चार चोरी करना कबूल किया।
9 लाख का माल बरामद-
पुलिस ने आरोपियों के पास से दो जोड़ सोने के कंगन, तीन जोड़ सोने के झाले, तीन सोने के मंगलसूत्र, आठ सोने के मनी, एक सोने का हार, एक जोड़ी सोने की झूमकी, एक सोने की चैन, एक सोने की अंगूठी, सात जोड़ चांदी की पैरपट्टी सहित एक एलसीडी, कंप्यूटर मॉनीटर, की बोर्ड एक हाथ घड़ी, एक होम थियेटर के साथ ही चोरी के रूपयो से खरीदी गई एक हीरो होंडा जेडएमआर बाईक बरामद की है। बरामद सामान की कीमत लगभग 9 लाख रूपये है।
चोरी के जेवरो से लिया लोन-
चोरो ने चोरी किए गए सोने के जेवर आईसीआईसी बैंक में रखकर गोल्ड लोन ले लिया था। चोरो के पकड़ाने पर उनके घरवालो ने लोन चुका कर जेवर बरामद करवाए। पुलिस अधीक्षक श्री जैन ने बताया कि चोरो का मास्टर माइंड एक नाबालिग है। जिसके द्वारा भोपाल में भी लगभग 25 लाख रूपये से एक प्लाट खरीदने की जानकारी मिली है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
भोपाल से भी जुड़े है तार-
एसपी श्री जैन ने बताया कि पकड़े गये चोरो में एक नाबालिग बालक पूर्व में जिले के साथ ही जिले के बाहर चोरी की घटनाओं में संलिप्त रहा है। कुछ माह पूर्व अब्दुल्लागंज पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर एक माह में भोपाल के गिरोह के साथ मिलकर कई चोरियों में शामिल होने का खुलासा हुआ था। उस समय भी इसके कब्जे से लगभग 20-25 लाख रूपये का मसरूका एवं नगदी बरामद हुए थे। एक आरोपी शफीक भी पूर्व में शहर में हुई गैंगवार में हत्या जैसे जघन्य अपराध में संलिप्त रहा है।
घटना के समय बंद कर लेते थे मोबाइल-
श्री जैन ने बताया कि गैंग के सदस्य नाबालिगो को अपने साथ मिलाकर चोरी करते थे। जिससे नाबालिग जल्दी छूट जाते थे वहीं उन्हें थोड़ा सा हिस्सा ही देना पड़ता था। गिरोह के सदस्य घटना घटित करते समय अपने मोबाइल बंद कर लेते थे ताकि मोबाइल के आधार पर पुलिस इन्हें पकड़ न सके। चोरी के रूपयों से गैंग के सदस्य मोटरसायकिल, मोबाईल, सिगरेट, गुटखा एवं शराबखोरी का शौक पूरा करते थे।
टीम में ये थे शामिल-
पुलिस अधीक्षक राकेश जैन के मार्गदर्शन में गठित विशेष टीम में कोतवाली टीआई पंकज त्यागी, गंज पुलिस चौकी प्रभारी सुरेन्द्र यादव, एएसआई संजय रघुवंशी, प्रधान आरक्षक जगदीश रघुवंशी, सुनील पारधे, सुखदेव यादव, आरक्षक अरविं राजावत, अजय वरवरे शामिल थे। पुलिस अधीक्षक ने टीम को पुरूस्कृत करने की घोषणा की।
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