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नई दिल्लीः घर बैठे कंप्यूटर पर एक क्लिक करने पर 5 रुपये देने वाली नोएडा की एक कंपनी का 3700 करोड़ का घोटाला पकड़ा गया है. स्पेशल टास्क फोर्स ने कार्रवाई करते हुए Online Scam कंपनी के निदेशक, सीईओ और तकनीकी प्रमुख को गिरफ्तार किया है और इनके बैक खाते मे जमा करीब पांच सौ करोड़ से अधिक रुपये फ्रीज कराए हैं. इस कंपनी के ग्राहकों की संख्या 6.5 लाख है.
एसटीएफ के एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि एब्लेज इंफो सॉल्यूशंस नाम की कंपनी सेक्टर-63 में अपना ऑफिस है और इस कंपनी ने निवेशकों से मल्टी लेवल मार्केटिंग के जरिए डिजिटल मार्केटिंग के नाम पर एक बड़ी ठगी को अंजाम दिया है. उन्होंने बताया कि डिजीटल मार्केटिंग के नाम पर 3700 करोड़ रुपये का घोटाला है.
कैसे काम करती है कंपनी एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि कंपनी में सोशल ट्रेड डॉट बिज के नाम से सोशल पोर्टल बनाकर मल्टी लेवल मार्केटिंग के जरिए लोगों सदस्य बनाया गया. इसकी सदस्यता 5000 रुपये से शुरू होकर 50 हजार रुपये तक की थी. इसमें 10 फीसदी टैक्स और 5 फीसदी फाइलिंग चार्ज अलग से वसूला जाता था.
यानी 5 हज़ार की सदस्यता 5750 रुपये की होती थी. सदस्यता के हिसाब से लाइक क्लिक करने को मिलते थे. 5 हज़ार पर 10 लाइक रोजाना और 50 हज़ार पर 100 लाइक. 100 लाइक पर 25 लाइक बोनस को तौर पर मिलते थे. यानी 50 हज़ार की सदस्यता पर रोजाना 125 लाइक करने पर 625 रुपये आपके खाते में जमा हो जाएंगे, लेकिन इस 625 रुपये पर भी 15 फीसदी टैक्स आदि कटने के बाद हर सप्ताह सदस्य का हिसाब किया जाता है. अगर आप 2 अन्य सदस्य बनाते हैं तो आप बूस्टर एक्टिव हो जाएंगे. इसमें 125 लाइक और आपके खाते में जुड़ जाएंगे.
एसटीएफ ने बताया कि ये लोग खुद ही फर्जी कंपनियों के विज्ञापन तैयार करके पोर्टल पर डालते थे और सदस्य से ली रकम को ही सदस्यों में बांटते थे. इतना ही नहीं सरकारी जांच एजेंसियों से बचने के लिए यह कंपनी एक माह से लगातार नाम बदल रही थी. पहले सोशल ट्रेड विज, फिर फ्री हब डॉटकाम से फेंजअप डॉट कॉम, इंटमार्ट डॉट कॉम और थ्री डब्ल्यू डॉट कॉम के नाम से यह कंपनी लोगों से धोखाधड़ी कर रही थी. खास बात यह है कि इस कंपनी के मकड़जाल में आम आदमी से लेकर पेशेवर वकील, चार्टर्ड एकाउंटेंट, व्यापारी और डॉक्टर तक शामिल हैं.
कंपनी के निदेशक यूपी के हापुड़ जिले के पिलखुवा का रहने वाला अनुभव मित्तल हैं. अनुभव के पिता की पिलखुवा में ही इलेक्ट्रॉनिक की दुकान है.
एसटीएफ को अपनी कार्रवाई में कंपनी के कार्यालय से 6.30 लाख लोगों के फोन नंबर डाटाबेस में मिले हैं और 9 लाख लोगों के पहचान पत्र बरामद किए गए हैं. कंपनी के गिरफ्तार अधिकारियों में निदेशक अनुभव मित्तल, सीईओ श्रीधर प्रसाद और तकनीकी प्रमुख महेश शामिल हैं.
उधर, कंपनी के निदेशक अनुभव मित्तल का कहना है कि उन्होंने कोई घपला नहीं किया है. सारा हिसाब-किताब ऑनलाइन रिकॉर्ड में है और उनके इस लेन-देन का पूरा टैक्स सरकार को भरा जाता है तथा मुनाफे को सदस्यों में बांटा जाता है. कोई भी चीज छिपी हुई नहीं है.
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