TOC NEWS
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के शहादतगंज में संचालित एक मदरसे में पिछले लम्बे अरसे से छात्राओं के यौन शोषण किए जाने का मामला सामने आया है। इस पर पुलिस की संयुक्त टीम ने एक मदरसे में छापा मारकर 51 लड़कियों को छुड़ाया है। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि उस वक्त वहां मौजूद लड़कियों ने मदरसे के मैनेजर पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। हालांकि आरोपित मैनेजर तैयब जिया के खौफ से लड़कियां किसी से कुछ बोल नहीं पा रही थीं।
जानकारी के अनुसार, लखनऊ के शहादतगंज में मदरसा जामिया खदीजतुल कुबरा लिलबनात का संचालन करीब 12 वर्ष पूर्व शुरू किया गया था। खुद को संरक्षक बताने वाले सैयद अशरफ जिलानी का दावा है कि उन्होंने जमीन खरीदकर मदरसा शुरू कराया था और देखरेख के लिए सैयद जिया को रखा था। कुछ दिनों से सैयद अशरफ जिलानी को मदरसे में यौन शोषण की शिकायत मिल रही थी, जिसकी पड़ताल करने वह गुरुवार को वहां गए थे।
सैयद अशरफ जिलानी का कहना है कि पूर्व में मदरसे का नाम असरफिया मिनाईया था, जहां केवल छात्र पढ़ते थे। हालांकि कुछ समय बाद ही आरोपित ने वहां सिर्फ छात्राओं को पढ़ाने की बात कही और मदरसे का नाम भी बदल दिया। गुरुवार को जब वह मदरसे में यौन शोषण की पुष्टि करने आए और आरोपित से पूछताछ की तो वह भड़क गया। आरोपित ने पुलिस को फोन कर बुला लिया और उन पर बंधक बनाने और अगवा करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दे दी।
सैयद अशरफ जिलानी ने बताया कि, जब वह मदरसे से जाने लगे तो छत से छात्राओं ने चिट्ठियां लिखकर फेंकी और मदद की गुहार लगाई। इसके बाद उन्होंने एसएसपी से मिलकर मामले की शिकायत की। इसके बाद एसएसपी विकास चंद त्रिपाठी, सिटी एडीएम संतोष कुमार, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी और अल्पसंख्यक विभाग की एक टीम मदरसा छापेमारी करने पहुंची।
छापेमारी में पुलिस ने 51 लड़कियों को रिहा करवाया, जिन्होंने चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की महिला सदस्यों और मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज करवाए हैं। छात्राओं ने अपनी शिकायत में बताया कि आरोपी उनके साथ मारपीट करता था और रात के समय अपने कमरे में बुलाकर छेड़छाड़ करता था। जानकारी के मुताबिक इस मदरसे मे 150 लड़कियां पढ़ती थीं। मदरसे में कक्षा एक से 12वीं तक की छात्राएं शिक्षा ग्रहण करती थीं। इनमें अधिकांश छात्राएं नाबालिग हैं।
No comments:
Post a Comment