खबर है कि मानहानि के एक मुकदमे की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने महाठग निर्मल बाबा को जमकर लताड लगाई और कोर्ट को गुमराह करने का केस दर्ज करने का आदेश दिया... मित्रों, एक मानहानी के केस मे निर्मल के वकील ने निर्मल की तरफ से कोर्ट ने एफिडेविट दिया था कि उसका मुवक्किल निर्मलजीत सिंह नरुला विश्व का एक जाना माना आध्यात्मिक गुरु है और उसके कार्यक्रमों का विश्व मे 40 टीवी चैनेलो पर प्रसारण होता है... बस इसी मुद्दे पर सामने वाले वकील ने कोर्ट का ध्यान खीचा... सामने वाले वकील ने जज से रिक्वेस्ट किया कि ये प्रसारण नही है बल्कि खरीदे हुए टाइम स्लोट मे एक एडवरटाइज है... जैसे संधिसुधा तेल या स्लिम सोना बेल्ट बेचा जाता है... वैसे ही ये किरिपा या कृपा बेचा जा रहा है... फिर कोर्ट ने निर्मलजीत उर्फ निर्मल बाबा के वकील से कहा कि क्या वो कम से कम पांच टीवी चैनल की तरफ से एक पत्र कोर्ट ने जमा करवा सकते है, जिसमे लिखा हो कि आपका टीवी का कार्यक्रम चैनल वाले जनहित मे मुफ्त मे प्रसारण करते है.?
इस पर निर्मल बाबा के वकील को सांप सूंघ गया और उसने स्वीकार किया कि एफिडेविट गलत है प्रसारण नही बल्कि एडवरटाइज होना चाहिए था... और फिर कोर्ट ने निर्मल बाबा की तरफ से दायर की गयी मानहानी के मुकदमे को तुरंत ख़ारिज करते हुए निर्मल बाबा पर कोर्ट को गुमराह करने के आरोप मे दस हजार रूपये जुर्माना लगाया... बाबा धंधे का सबसे ढोंगी बाबा... मूर्ख बनाऊ बाबा, निर्मल बाबा..
इस पर निर्मल बाबा के वकील को सांप सूंघ गया और उसने स्वीकार किया कि एफिडेविट गलत है प्रसारण नही बल्कि एडवरटाइज होना चाहिए था... और फिर कोर्ट ने निर्मल बाबा की तरफ से दायर की गयी मानहानी के मुकदमे को तुरंत ख़ारिज करते हुए निर्मल बाबा पर कोर्ट को गुमराह करने के आरोप मे दस हजार रूपये जुर्माना लगाया... बाबा धंधे का सबसे ढोंगी बाबा... मूर्ख बनाऊ बाबा, निर्मल बाबा..
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