सिंघवी की सेक्स सीडी
यूट्यूब पर सिंघवी सेक्स सीडी
http://www.youtube.com/watch?v=y2F24aAM7-o
हम तमाशाई समाज के लोग जहां के ज्यादातर लोग पढ़-लिख कर भी अनपढ़, अतार्किक और अवैज्ञानिक सोच वाले हैं, दूसरों के तमाशा को खूब मजे लेकर देखते और दिखाते हैं. इस बहाने हम खुद अपने निजी दुखों से कुछ पल के लिए मुक्त हो जाते हैं. दूसरों को चोर बताने, दूसरों को व्यभिचारी दिखाने में जो आनंद कबीलाई समाज के लोगों को आता है और इस प्रक्रिया में आरोपी को दंडित करने का जो उतावलापन दिखता है, वह अफगानिस्तान से लेकर पाकिस्तान और भारत, सभी जगह एक-सा है. अभिषेक मनु सिंघवी पढ़े लिखे और ख्यातिप्राप्त डा. लक्ष्मीमल्ल सिंघवी के पुत्र हैं. डा. अभिषेक मनु सिंघवी पर घोटाले से लेकर किसी किस्म का कभी कोई आरोप नहीं रहा है. पैसे देने के मामले में कंजूस सिंघवी का उनके ड्राइवर से इसी बात को लेकर पंगा चल रहा था.
कह सकते हैं कि कांग्रेसी होने के बावजूद डा. अभिषेक मनु सिंघवी भ्रष्टाचार की गंगा में नहीं नहाए हैं. इसी साफ सुथरी छवि और पढ़े लिखे होने के कारण उन्हें कांग्रेस का प्रवक्ता बनाया गया. अपनी तेजतर्रार छवि के कारण सिंघवी कांग्रेस में तेजी से आगे बढ़ रहे थे. जब ज्यादातर शीर्ष कांग्रेसी घोटालों-घपलों में फंसे हों तब कांग्रेस के लिए भी डा. सिंघवी जैसी साफ सुथरी छवि वाला नेता भविष्य का दांव लगाने वाला घोड़ा था. लेकिन इस सीडी कांड ने सिंघवी के राजनीतिक करियर को कुछ दिनों के लिए मटियामेट कर दिया है. आगे क्या होगा, यह कुछ नहीं कहा जा सकता क्योंकि भारत में राजनीति परसेप्सन अर्थात छवि के आधार पर चलती है. आप निजी रूप से लाख इमानदार हों, क्रांतिकारी हों, प्रगतिशील हों, पर एक बार अगर आप किसी निगेटिव छवि के शिकार हो गए तो वह परसेप्शन लंबे समय तक कायम रहता है, लोग आपको बाकी कामों से नहीं, आपके निगेटिव परसेप्शन की वजह से जानने लगते हैं और इसी कारण आपको हर पब्लिक मोर्चे पर मात खाने को मजबूर होना पड़ता है.
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी का उनके ड्राइवर से समझौता कल कोर्ट में हो गया. उसके ठीक बाद उनकी सेक्स सीडी न्यू मीडिया और सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स पर अपलोड होने लगी. कुछ लोग इसे बेहद क्रांतिकारी काम मानते हुए अपलोड कर रहे हैं. पूरे वीडियो को देखे जाने से समझ में आ रहा है कि कोई सज्जन सिंघवी की लगातार जासूसी कर रहे थे और इसी उद्देश्य से उनके आफिस में हिडेन कैम एक जगह फिक्स कर रखा था. दुर्भाग्य से इसमें सिंघवी का सेक्स लाइफ भी कैद हो गया. यूट्यूब पर दो बार इस वीडियो को अपलोड किया गया और दोनों ही बार शिकायत किए जाने के बाद यूट्यूब ने वीडियो को रिमूव कर दिया. एक सज्जन ने कहा है कि वे जल्द ही चिदंबरम का वीडियो अपलोड करने वाले हैं. एक सज्जन ने फेसबुक पर दावा किया है कि कांग्रेस ने यूट्यूब से वीडियो हटवा दिया है इसलिए वह फेसबुक पर वीडियो डाल रहे हैं.
कोर्ट की तरफ से वीडियो दिखाने और प्रसारित करने पर पाबंदी को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं. कुछ लोगों का कहना है कि कल समझौता होने के बाद से कोर्ट की तरफ से स्टे का आदेश खत्म हो गया. वहीं, ज्यादातर लोगों का कहना है कि कोर्ट द्वारा लगाया गया प्रतिबंध अब भी जारी है और इसका उल्लंघन करना अवमानना है. जो भी हो, यह वीडियो अब वेब ब्लाग वालों के कब्जे में आ गया है इसलिए रोका नहीं जा सकता क्योंकि आप भारतीय नागरिक को तो अपलोड करने के लिए पकड़ सकते हैं पर इसे कोई लंदन से अपलोड करता है तो उसे कैसे पकड़ पाएंगे. इंटरनेट के महासंसार में नियम कानून भी देश काल परिस्थितियों के हिसाब से ही चल पाते हैं.
यही कारण है कि अमेरिका ने लाख कोशिश की कि विकीलीक्स का नाश हो जाए पर विकीलीक्स जिंदा रहा और दूसरों देशों से अपलोड व अपडेट होता रहा. सवाल ये नहीं है कि वीडियो दिखाना गलत है या सही. सवाल ये है कि इस वीडियो में ऐसा क्या है कि हम सिंघवी को फांसी पर टांग देना चाहते हैं. सिंघवी ने सेक्स करके कोई अपराध नहीं किया. पराई स्त्री से सेक्स भले कानूनन अपराध की श्रेणी में माना जाता हो लेकिन इस मार्केट इकानामी में हर दूसरा आदमी इस अपराध को करता है या कर चुका होता है. सच का सामना देखने वाले लोग जानते हैं कि सच कुबूल करते हुए लोग यह भी बताते हैं कि उनके दूसरी स्त्रियों से संबंध रहे हैं. इस देश में सैकड़ों ऐसे कानून हैं जिनको हम लोग हर रोज तोड़ते हैं क्योंकि ये कानून अप्रासंगिक हो चुके हैं.
आप जब पतंग उड़ाते हैं तो एयर ट्रैफिक कानून का उल्लंघन कर रहे होते हैं क्योंकि पतंगबाजी से जहाज के दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका रहती है. ऐसा ढेरों अप्रासंगिक और दो कौड़ी के कानून हैं जिन्हें बहुत पहले ही हटा देना चाहिए था लेकिन आम जनता को कानून के नाम पर उत्पीड़ित करने वाले सिस्टम में ज्यादा से ज्यादा नए कानून बनाने पर जो रहता है, कानून कम करने पर नहीं क्योंकि जितना ज्यादा कानून होगा, आम आदमी का उतना ज्यादा शोषण करने का मौका सिस्टम को मिलेगा.
मूल मुद्दा प्रलोभन देने का है. अगर सिंघवी ने जज बनाने का प्रलोभन देकर महिला वकील के साथ सेक्स किया है तो गलत किया है. हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि सेक्स के दौरान कही गई बातों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए क्योंकि लोग चांद तारे तोड़ने जैसी बातें उस दौरान करते रहते हैं, क्योंकि उस दौरान आदमी विवेक का नहीं, भावना का इस्तेमाल करता है. जो भी हो, भारतीय समाज को मेच्योर हो जाना चाहिए. खासकर नई पीढ़ी को. कोई भ्रष्ट दिग्गज कांग्रेसी ऐसे मामलों में कभी नहीं फंसता. वह लाखों करोड़ों के घपलों में फंसता भी है तो सब मैनेज कर लेता है. उसका हम लोग कुछ नहीं बिगाड़ पाता. लेकिन एक शरीफ कांग्रेसी के सेक्सुअल लाइफ को कोई गल्ती से ट्रैप कर पब्लिक कर देता है तो हम लोग उस नेता को ईंट पत्थर मार मारकर मार डालना चाहते हैं. किसी के सेक्सुअल लाइफ से हम उसे भ्रष्ट या निंदनीय नहीं मान सकते. और, अगर मामला प्रलोभन का है तो उस पर जरूर जांच कराई जानी चाहिए ताकि पता चल सके कि आखिर क्या इस तरह से भी भारत में जजों की नियुक्ति की जाती है. इस पूरे मसले पर मीडिया चुप है. टीवी चैनल और अखबार चुप हैं. कांग्रेस चुप है. बीजेपी चुप है. वजह? कहीं न कहीं ऐसे मुद्दों पर मिलीभगत की वजह से ये चुप्पी है. तेरे मेरे पाप एक समान सो हम भी चुप तुम भी चुप.
मुझे पूरा वीडियो देखते हुए सिंघवी से घृणा नहीं, बल्कि उन पर दया आई. दया इसलिए कि वे शरीफ नेता हैं जो बिना धूर्तता, चालाकी के यह सब कुछ करते हुए पकड़े गए, फंस गए. उनकी जगह कोई बड़ा भ्रष्ट दिग्गज कांग्रेसी होता तो वह किसी फाइव स्टार होटल में गया होता. फाइव स्टार होटाल, सेक्स और कांग्रेस.... यह रुटीन का मामला है, रोज का मामला है. इस प्रक्रिया में कोई फंसता नहीं. फंसते शरीफ व छोटे लोग हैं जो हर किसी पर भरोसा कर लेते हैं. सिंघवी साहब, इससे सबक ले लेना. आगे से ध्यान रखना. और कोशिश करना कि अब आपको फंसाने वाले फंसे ताकि आपका बदला पूरा हो और बहस का मुद्दा बना यह सेक्स प्रकरण आपसे शिफ्ट होकर किसी और पर केंद्रित हो जाए.
सिंघवी की सेक्स सीडी फिलहाल जहां जहां उपलब्ध है, उनके लिंक इस प्रकार हैं... क्लिक करें...
फेसबुक पर सिंघवी सेक्स सीडी
यूट्यूब पर सिंघवी सेक्स सीडी
इस प्रकरण को लेकर फेसबुक पर भी कुछ चर्चा शुरू की गई है, जो इस प्रकार है...
sabhar bhadas4media
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