तीसरे फ्लोर से भागने के चक्कर में सेक्स वर्कर की मौत
वी. नारायणन।। मुंबई
परेल में एक बिल्डिंग के तीसरे फ्लोर की बालकनी से बेडशीट और साड़ी की मदद से भागने के चक्कर में एक महिला की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि जूली नाम की यह महिला सेक्स वर्कर थी। इस मामले में रेलवे इंजिनियर सुरेंद्र चव्हाण को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है।
सेंट्रल रेलवे स्टाफ कॉलोनी में यह घटना गुरुवार की रात में घटी। 54 साल के रेलवे इंजिनियर सुरेंद्र चव्हाण जूली को उस वक्त घर ले लाए, जब उनकी पत्नी 5 साल की बेटी के साथ एक फैमिली फंक्शन अटैंड करने बाहर गई थीं। सुरेंद्र परेल लोको शेड में सीनियर सेक्शन इंजिनियर होने के साथ-साथ योग भी सिखाते हैं।
रात में करीब 11 बजे अचानक सुरेंद्र की बीवी वापस लौट आईं और दरवाजा खटखटाने लगीं। पुलिस ने बताया कि सुरेंद्र ने दरवाजा नहीं खोला और दरवाजे को अंदर से लॉक कर दिया। उनकी पत्नी ने सोचा कि घर पर कोई नहीं है, तो दरवाजे को बाहर से लॉक करके वह बगल में अपने एक परिचित के घर चली गईं।
बाद में सुरेंद्र ने दरवाजा खोलने की कोशिश की। जोन 4 के डीसीपी केजी पाटिल ने बताया, 'जब सुरेंद्र को लगा कि उनकी पत्नी ने दरवाजे को बाहर से बंद कर दिया है, तो वह यह सोच कर परेशान हो गए कि इस मुश्किल से बाहर कैसे निकलेंगे।'
रात में करीब सवा 2 बजे सुरेंद्र बालकनी से बेडशीट और साड़ी के सहारे नीचे उतरे। पुलिस ने बताया, 'नीचे उतरने के बाद सुरेंद्र थर्ड फ्लोर पर गए और वहां दरवाजा लॉक पाया। वह फिर से नीचे आए और जूली को उसी तरह बेडशीट और साड़ी के सहारे नीचे उतरने के लिए कहा। दुर्भाग्य से जूली के हाथ से बेडशीट और साड़ी छूट गई। नीचे गिरने से जूली को कई जगह फ्रैक्चर हुआ और तुरंत उसकी मौत हो गई।'
इसके बाद सुरेंद्र ने सिक्युरिटी गार्ड को बुलाया और जूली की लाश को बिल्डिंग के गेट से बाहर ले जाने में मदद करने के लिए कहा। पुलिस ने बताया, 'जूली की लाश के पास सुरेंद्र का पर्स गिर गया था, जो पुलिस को मिल गया।'
परेल में एक बिल्डिंग के तीसरे फ्लोर की बालकनी से बेडशीट और साड़ी की मदद से भागने के चक्कर में एक महिला की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि जूली नाम की यह महिला सेक्स वर्कर थी। इस मामले में रेलवे इंजिनियर सुरेंद्र चव्हाण को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है।
सेंट्रल रेलवे स्टाफ कॉलोनी में यह घटना गुरुवार की रात में घटी। 54 साल के रेलवे इंजिनियर सुरेंद्र चव्हाण जूली को उस वक्त घर ले लाए, जब उनकी पत्नी 5 साल की बेटी के साथ एक फैमिली फंक्शन अटैंड करने बाहर गई थीं। सुरेंद्र परेल लोको शेड में सीनियर सेक्शन इंजिनियर होने के साथ-साथ योग भी सिखाते हैं।
रात में करीब 11 बजे अचानक सुरेंद्र की बीवी वापस लौट आईं और दरवाजा खटखटाने लगीं। पुलिस ने बताया कि सुरेंद्र ने दरवाजा नहीं खोला और दरवाजे को अंदर से लॉक कर दिया। उनकी पत्नी ने सोचा कि घर पर कोई नहीं है, तो दरवाजे को बाहर से लॉक करके वह बगल में अपने एक परिचित के घर चली गईं।
बाद में सुरेंद्र ने दरवाजा खोलने की कोशिश की। जोन 4 के डीसीपी केजी पाटिल ने बताया, 'जब सुरेंद्र को लगा कि उनकी पत्नी ने दरवाजे को बाहर से बंद कर दिया है, तो वह यह सोच कर परेशान हो गए कि इस मुश्किल से बाहर कैसे निकलेंगे।'
रात में करीब सवा 2 बजे सुरेंद्र बालकनी से बेडशीट और साड़ी के सहारे नीचे उतरे। पुलिस ने बताया, 'नीचे उतरने के बाद सुरेंद्र थर्ड फ्लोर पर गए और वहां दरवाजा लॉक पाया। वह फिर से नीचे आए और जूली को उसी तरह बेडशीट और साड़ी के सहारे नीचे उतरने के लिए कहा। दुर्भाग्य से जूली के हाथ से बेडशीट और साड़ी छूट गई। नीचे गिरने से जूली को कई जगह फ्रैक्चर हुआ और तुरंत उसकी मौत हो गई।'
इसके बाद सुरेंद्र ने सिक्युरिटी गार्ड को बुलाया और जूली की लाश को बिल्डिंग के गेट से बाहर ले जाने में मदद करने के लिए कहा। पुलिस ने बताया, 'जूली की लाश के पास सुरेंद्र का पर्स गिर गया था, जो पुलिस को मिल गया।'
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