कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने खुद से संबंधित एक विवादास्पद सेक्स
टेप को इंटरनेट पर जारी करने के लिए शनिवार को सोशल नेटवर्किंग साइट्स की
तीखी आलोचना की। सिंघवी ने कहा है कि ये वेबसाइट्स अदालत के आदेश के बावजूद
सनसनी फैलाने में लगी हुई हैं।
सिंघवी ने कहा, ''इस घटना से जाहिर होता है कि यह बात किसी भी सोशल मीडिया पर लागू नहीं होती कि 'चाहे आप कितने ऊंचे व्यक्ति क्यों न हो, कानून आप से ऊपर है'।
'' सिंघवी ने कहा, ''न केवल अदालत का आदेश है, न केवल यह कि कथित सीडी के निर्माता ने अदालत में हलफनामा दायर किया है और स्वीकार किया है कि सीडी की सामग्री गढ़ी गई है, बल्कि इंडिया टुडे जैसे सम्मानित मीडिया समूह ने अदालत के रुख को स्वीकार किया है।'' सिंघवी ने कहा, ''जाहिर तौर पर विकृत मानसिकता के लोगों द्वारा सनसनी फैलाने और स्थायी रूप से छवि बिगाड़ने के लिए सोशल नेटवर्किंग साइट्स का बराबर इस्तेमाल करने के लिए एक संगठित गिरोह का इस्तेमाल किया गया है। याद रखें, यह किसी के भी साथ हो सकता है और यदि इस अराजकता को इसी तरह अनुमति दी जाती रही तो हम सभी जल्द ही इसकी जद में आ जाएंगे।'' ज्ञात हो कि दिल्ली हाईकोर्ट ने 13 अप्रैल को पारित एक आदेश में आजतक, हेडलाइंस टुडे और इंडिया टुडे समूह को उस सीडी की सामग्रियों का प्रसार करने से रोक दिया था, जो कथितरूप से सिंघवी के पूर्व वाहन चालक द्वारा तैयार की गई है। इस सीडी में सिंघवी को किसी लड़की के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया है। लेकिन 15 मिनट अवधि वाली इस सीडी को शुक्रवार को यूट्यूब पर जारी कर दिया गया और तब से इसे 9,000 लोग देख चुके हैं और कई टिप्पणियां आ चुकी हैं। इस सीडी को जारी करने वाले व्यक्ति की पहचान लद्दी राणा के रूप में हुई है। एक अन्य साइट ट्विटविड पर भी यह वीडियो है, जिसे दो दिनों पहले अपलोड किया गया था। इसे लगभग 34,000 लोग देख चुके हैं। इसे दिल्ली स्थित भगत सिंह क्रांति सेना के तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने अपलोड किया है।
सिंघवी ने कहा, ''इस घटना से जाहिर होता है कि यह बात किसी भी सोशल मीडिया पर लागू नहीं होती कि 'चाहे आप कितने ऊंचे व्यक्ति क्यों न हो, कानून आप से ऊपर है'।
'' सिंघवी ने कहा, ''न केवल अदालत का आदेश है, न केवल यह कि कथित सीडी के निर्माता ने अदालत में हलफनामा दायर किया है और स्वीकार किया है कि सीडी की सामग्री गढ़ी गई है, बल्कि इंडिया टुडे जैसे सम्मानित मीडिया समूह ने अदालत के रुख को स्वीकार किया है।'' सिंघवी ने कहा, ''जाहिर तौर पर विकृत मानसिकता के लोगों द्वारा सनसनी फैलाने और स्थायी रूप से छवि बिगाड़ने के लिए सोशल नेटवर्किंग साइट्स का बराबर इस्तेमाल करने के लिए एक संगठित गिरोह का इस्तेमाल किया गया है। याद रखें, यह किसी के भी साथ हो सकता है और यदि इस अराजकता को इसी तरह अनुमति दी जाती रही तो हम सभी जल्द ही इसकी जद में आ जाएंगे।'' ज्ञात हो कि दिल्ली हाईकोर्ट ने 13 अप्रैल को पारित एक आदेश में आजतक, हेडलाइंस टुडे और इंडिया टुडे समूह को उस सीडी की सामग्रियों का प्रसार करने से रोक दिया था, जो कथितरूप से सिंघवी के पूर्व वाहन चालक द्वारा तैयार की गई है। इस सीडी में सिंघवी को किसी लड़की के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया है। लेकिन 15 मिनट अवधि वाली इस सीडी को शुक्रवार को यूट्यूब पर जारी कर दिया गया और तब से इसे 9,000 लोग देख चुके हैं और कई टिप्पणियां आ चुकी हैं। इस सीडी को जारी करने वाले व्यक्ति की पहचान लद्दी राणा के रूप में हुई है। एक अन्य साइट ट्विटविड पर भी यह वीडियो है, जिसे दो दिनों पहले अपलोड किया गया था। इसे लगभग 34,000 लोग देख चुके हैं। इसे दिल्ली स्थित भगत सिंह क्रांति सेना के तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने अपलोड किया है।
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