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नई दिल्ली। किराए के मकान में रहने वालों के लिए पीएम मोदी एक बेहतरीन तोहफा लाने वाले है। दरअसल मोदी सरकार एक ऐसे कानून पर विचार कर रही है जिसके तहत शहरों में आने वाले प्रवासी लोगों को सरकारी संस्थाओं से मकान किराए पर लेने की सुविधा होगी। साथ ही, भविष्य में उनके पास इस मकान को ही आसान किस्तों में खरीदने का भी विकल्प होगा।
मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन पोवर्टी एविएशन का कहना है कि, इस स्कीम का नाम ‘रेंट टु ओन’ होगा, जिसे केंद्र सरकार की नेशनल अर्बन रेंटल हाउसिंग पॉलिसी के तहत जारी किया जाएगा। केंद्रीय शहरी विकास एवं आवास मंत्री वेंकैया नायडू के मुताबिक इस विधेयक को मंजूरी के लिए जल्दी ही कैबिनेट के समक्ष पेश किया जाएगा।
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इस स्कीम के शुरुआती दौर में कुछ निश्चित वर्षों के लिए घर किराए पर दिया जाएगा। खरीददार को प्रति माह ई.एम.आई. के बराबर किराया बैंक में जमा करना होगा। इसमें कुछ किराए के तौर पर होगा और बाकी जमा होगा। खरीददार की ओर से जमा की गई ई.एम.आई. की राशि जब 10 फीसदी के स्तर पर पहुंच जाएगी तब मकान उसके नाम पर रजिस्ट्रर हो जाएगा।
यदि लीज पर लेने वाला व्यक्ति रकम जमा नहीं कर पाता है तो सरकार इस मकान को दोबारा किसी और को बेच देगी। इसके अलावा किराए के साथ जमा की जाने वाली राशि किराएदार को बिना ब्याज के वापस सौंप दी जाएगी। नायडू के मुताबिक, प्राइवेट डेवलपर्स की ओर से लांच किए गए अफोर्डेबल हाउसिंग प्रॉजेक्ट्स के उद्घाटन के बाद से ही मंत्रालय इस स्कीम पर विचार कर रहा था।
उन्होंने कहा कि अब तक हम 2008 शहरों और कस्बों में 17.73 लाख शहरी गरीबों के लिए आवासों को मंजूरी प्रदान कर चुके हैं।
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