नई दिल्ली : कोयला ब्लाकों के आवंटन में कथित घोटाले को लेकर
प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता
पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को कहा कि जब तक मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा नहीं दे देते तब तक वह संसद की कार्यवाही चलने नहीं देगी।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हमने प्रधानमंत्री का इस्तीफा मांगा है और हम इसे लेकर गम्भीर हैं। यह भ्रष्टाचार का एकमात्र मामला नहीं है। इससे पहले 2जी घोटाला, राष्ट्रमंडल खेल घोटाला, हवाई अड्डा सार्वजनिक निजी साझेदारी घोटाला जैसे मामले भी सामने आए हैं। मनमोहन सिंह की सरकार भ्रष्टाचार व लूट की सरकार है।
प्रसाद का बयान विपक्ष के हंगामे के कारण संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित होने के बाद आया है। यह पूछे जाने पर कि क्या विपक्ष संसद की कार्यवाही चलने देगा, प्रसाद ने कहा कि संसद चलाना हमारी जवाबदेही नहीं है। यह पूछे जाने पर यदि सरकार नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट पर बहस कराने के लिए तैयार हो जाती है तो क्या विपक्ष समझौता कर लेगा, प्रसाद ने कहा कि हमने अन्य घोटालों पर चर्चा की है। क्या कार्रवाई की गई? प्रधानमंत्री ने राष्ट्रमंडल खेल घोटाले में कार्रवाई का वादा किया था। वह शीला दीक्षित (दिल्ली की मुख्यमंत्री) की सरकार को क्यों बचा रही हैं?
उन्होंने कहा कि मुख्य विपक्षी पार्टी दिल्ली हवाई अड्डे पर भी सीएज की रिपोर्ट उठाएगी। पिछले सप्ताह संसद में पेश की गई सीएजी की रिपोर्ट में कहा गया है कि निजी कंपनियों को कोयला खंड आवंटन में पारदर्शिता नहीं बरते जाने के कारण सरकारी खजाने को 1.85 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
सीएजी की रिपोर्ट में प्रधानमंत्री को या उनके कार्यालय को प्रत्यक्ष तौर पर तो दोषी नहीं ठहराया गया है। लेकिन ये कोयला खण्ड उस वक्त आवंटित किए गए थे, जब केंद्रीय कोयला मंत्रालय का प्रभार जुलाई 2004 से मई 2009 के बीच प्रधानमंत्री के पास था।
इससे पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेताओं ने मंगलवार को एक बैठक कर मनमोहन सिंह से इस्तीफे की मांग करते रहने का फैसला किया। भाजपा के एक नेता ने कहा कि यदि हमारी मांगों की सुनवाई नहीं होती है तो पूरे सप्ताह, यहां तक कि पूरे सत्र के दौरान भी संसद की कार्यवाही नहीं चलने दी जाएगी। हम प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग पर अडिग हैं। राजग की मंगलवार को हुई बैठक में भाजपा के अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, शिव सेना के अनंत गीते, अकाली दल के रतन सिंह अजनाला, राजग संयोजक शरद यादव उपस्थित थे। (एजेंसी)
sabhar -- zee news
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हमने प्रधानमंत्री का इस्तीफा मांगा है और हम इसे लेकर गम्भीर हैं। यह भ्रष्टाचार का एकमात्र मामला नहीं है। इससे पहले 2जी घोटाला, राष्ट्रमंडल खेल घोटाला, हवाई अड्डा सार्वजनिक निजी साझेदारी घोटाला जैसे मामले भी सामने आए हैं। मनमोहन सिंह की सरकार भ्रष्टाचार व लूट की सरकार है।
प्रसाद का बयान विपक्ष के हंगामे के कारण संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित होने के बाद आया है। यह पूछे जाने पर कि क्या विपक्ष संसद की कार्यवाही चलने देगा, प्रसाद ने कहा कि संसद चलाना हमारी जवाबदेही नहीं है। यह पूछे जाने पर यदि सरकार नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट पर बहस कराने के लिए तैयार हो जाती है तो क्या विपक्ष समझौता कर लेगा, प्रसाद ने कहा कि हमने अन्य घोटालों पर चर्चा की है। क्या कार्रवाई की गई? प्रधानमंत्री ने राष्ट्रमंडल खेल घोटाले में कार्रवाई का वादा किया था। वह शीला दीक्षित (दिल्ली की मुख्यमंत्री) की सरकार को क्यों बचा रही हैं?
उन्होंने कहा कि मुख्य विपक्षी पार्टी दिल्ली हवाई अड्डे पर भी सीएज की रिपोर्ट उठाएगी। पिछले सप्ताह संसद में पेश की गई सीएजी की रिपोर्ट में कहा गया है कि निजी कंपनियों को कोयला खंड आवंटन में पारदर्शिता नहीं बरते जाने के कारण सरकारी खजाने को 1.85 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
सीएजी की रिपोर्ट में प्रधानमंत्री को या उनके कार्यालय को प्रत्यक्ष तौर पर तो दोषी नहीं ठहराया गया है। लेकिन ये कोयला खण्ड उस वक्त आवंटित किए गए थे, जब केंद्रीय कोयला मंत्रालय का प्रभार जुलाई 2004 से मई 2009 के बीच प्रधानमंत्री के पास था।
इससे पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेताओं ने मंगलवार को एक बैठक कर मनमोहन सिंह से इस्तीफे की मांग करते रहने का फैसला किया। भाजपा के एक नेता ने कहा कि यदि हमारी मांगों की सुनवाई नहीं होती है तो पूरे सप्ताह, यहां तक कि पूरे सत्र के दौरान भी संसद की कार्यवाही नहीं चलने दी जाएगी। हम प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग पर अडिग हैं। राजग की मंगलवार को हुई बैठक में भाजपा के अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, शिव सेना के अनंत गीते, अकाली दल के रतन सिंह अजनाला, राजग संयोजक शरद यादव उपस्थित थे। (एजेंसी)
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यह कैसी विडम्बना एक मां को
ReplyDeleteमृतक बेटे के लिए कन्धें नही मिले
शव को अकेले लेकर
भदभदा विश्राम घाट पहूंची मां
भोपाल २१ अगस्त (म.प्र.ब्यूरों) मानवीय पहलूओं को दरकिनार करते हुए एक दिल दहलाने वाली प्रत्यक्ष घटना जनसंवेदना (मानव सेवा मे समर्पित संस्था) के सामने आई जिसमें हमीदिया चिकित्सालय में उपचार दौरान मृत हुए उत्तरप्रदेश ललितपुर ग्राम बछलापुर निवासी एक युवक के अन्तिम संस्कार कराने के लिए मां तथा एक अन्य रिश्तेदार शव को लेकर भदभदा विश्राम घाट पहुंचे।
यहॉ पर मृतक युवक की मां एवं रिश्तेदार के पास दाह संस्कार के लिए राशि भी नहीं थी वहॉ पर तैनात चौकीदार ने जनसंवेदना प्रमुख से दूरभाष पर बताया कि ललितपुर जिले के ग्राम बछलापुर निवासी मृतक नरपतसिंह के अन्तिम संस्कार के लिए उसकी मॉ के साथ आई है और एक रिश्तेदार भी साथ है उसके पास दाह संस्कार की लकड़ी खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं।
चौकीदार के दूरभाष मिलने पर तत्काल उससे कहा कि जितनी दाह संस्कार में लकडी की जरूरत हो उसे दिलाकर मृतक नरपतसिंह का अन्तिम संस्कार कराके भुगतान जनसंवेदना द्वारा किया जायेगा। बढ ती चका चौंध की जिन्दगी में कैसा समय आ गया है कि परिचित एवं रिश्तेदारों की अचानक मौत हो जाने पर उसको चार कंधे लगाने वाले नही मिल रहे हैं कहॉ गई हमारी मानवीय दायित्व। अगर भोपाल महानगर में ऐसी समाज सेवी संस्था न हो तो लाशों की दुर्दशा क्या होगी जो कल्पना से परे हैं।
आर.एस.अग्रवाल
9826013975