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अवधेश पुरोहित
भोपाल. मध्यप्रदेश के इतिहास में सदी का सबसे बड़ा महाघोटाला व्यापमं जिसको लेकर प्रदेश के सत्ताधीश तो विपक्षी पार्टियों के नेता और वह छात्र-छात्रायें और उनके अभिभाषक परेशान हैं और कई इस महाघोटाले के आरोपों में घिरे हुए हैं यही नहीं इस व्यापमं घोटाले को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के परिजनों पर भी तरह-तरह के आरोप लग चुके हैं।
व्यापमं सदी का वह घोटाला है जिसमें प्रदेश के कई प्रभावशाली लोग भी इसके संदेह के घेरे में हैं तो वहीं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े लोगों पर भी आरोप लग चुके हैं और इसी व्यापमं की जांच के चलते अभी तक प्रदेश में ४५ लोगों से ज्यादा गवाहों और उससे जुड़े लोगों की मौत भी हो चुकी है, तो राष्ट्रीय टीवी चैनल के एक पत्रकार अक्षय सिंह की मौत भी इसी व्यापमं के कारण हुई है।
यही नहीं व्यापमं मामले को लेकर राज्य के पूर्व शिक्षामंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा सहित, कांग्रेस नेता संजीव सक्सेना, लक्ष्मीकांत शर्मा के ओएसडी ओपी शुक्ला सहित कई छात्र-छात्राएं और उनके अभिभाषक इन दिनों जेल में हैं, व्यापमं मामले में आरोपी और पूर्व शिक्षामंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को जेल में जान का खतरा है, इस बात का खुलासा एमपी इंटेलीजेंस पहले ही इस बारे में जेल प्रबंधन को अवगत करा चुका है और अब इस तरह की शंका सीबीआई ने जेल विभाग को इस खतरे से आगाह किया है,
सूत्रों के मुताबिक १६ सितम्बर को सीबीआई टीम जेल पहुंची थी वहां पूछताछ के संबंध में पत्र सौंपने के अलावा उन्होंने व्यापमं मामले के सभी आरोपियों की सुरक्षा बढ़ाने की सलाह जेल प्रबंधन को दी थी, इस संबंध में सीबीआई सूत्रों का कहना है कि जिस तरह से इस मामले के गवाहों की असमय मौत हो रही है उसे देखते हुए उनकी सुरक्षा जरूरी है, ऐसी संभावना जताई जा रही है कि जेल में कोई कैदी लक्ष्मीकांत शर्मा पर हमला कर सकता है, जानकारी मिली है कि पूर्व शिक्षामंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा सभी व्यापमं घोटाले के आरोपी इस समय कुछ लोगों के निशाने पर हैं
यह सभी लोग संविदा शिक्षक, सब-इंस्पेक्टर, वन रक्षक भर्ती के अलावा पीएमटी सहित करीब -करीब एक दर्जन मामलों के आरोपी हैं जो डेढ़़ साल से भी ज्यादा समय से जेल में बंद हैं सूत्रों के अनुसार सीबीआई एक सप्ताह के अन्दर पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा से पूछताछ करनेवाली है अभी तक शर्मा ने जो बयान एसटीएफ और एसआईटी को दिये हैं वही बयान अगर उन्होंने सीबीआई को दे दिये तो प्रदेश के प्रभावशाली लोग बेनकाब होंगे जिनमें एक भाजपा से जुड़ी नेत्री सहित तीन कद्दावर नेता शिकंजे में आ सकते हैं
फिलहाल बयानों के कारण इन लोगों पर प्रकरण दर्ज नहीं हुआ है व्यापमं मामले में अब तक गवाह जांच अधिकारी और एक पत्रकार सहित लगभग ४५ लोगों की मौतें हो चुकी हैं, हालांकि भोपाल जेल अधीक्षक मंसाराम पटेल का इस संबंध में कहना है कि व्यापमं मामले से जुड़े सभी आरोपियों की सुरक्षा पर हमारी नजर है और उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है पूरे समय उनकी निगरानी की जा रही है वह कहते हैं कि जहां तक शर्मा का मामला है तो उनसे मिलने की अनुमति परिजनों के अलावा किसी को नहीं है, परिवार में तीन लोगों के नाम दर्ज हैं, उन्हीं से नियमानुसार मिलने दिया जाता है, बाहर कोई भी बात हो लेकिन जेल में सभी सुरक्षित हैं।
हिन्द न्यूज सर्विस
अवधेश पुरोहित
भोपाल. मध्यप्रदेश के इतिहास में सदी का सबसे बड़ा महाघोटाला व्यापमं जिसको लेकर प्रदेश के सत्ताधीश तो विपक्षी पार्टियों के नेता और वह छात्र-छात्रायें और उनके अभिभाषक परेशान हैं और कई इस महाघोटाले के आरोपों में घिरे हुए हैं यही नहीं इस व्यापमं घोटाले को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के परिजनों पर भी तरह-तरह के आरोप लग चुके हैं।
व्यापमं सदी का वह घोटाला है जिसमें प्रदेश के कई प्रभावशाली लोग भी इसके संदेह के घेरे में हैं तो वहीं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े लोगों पर भी आरोप लग चुके हैं और इसी व्यापमं की जांच के चलते अभी तक प्रदेश में ४५ लोगों से ज्यादा गवाहों और उससे जुड़े लोगों की मौत भी हो चुकी है, तो राष्ट्रीय टीवी चैनल के एक पत्रकार अक्षय सिंह की मौत भी इसी व्यापमं के कारण हुई है।
यही नहीं व्यापमं मामले को लेकर राज्य के पूर्व शिक्षामंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा सहित, कांग्रेस नेता संजीव सक्सेना, लक्ष्मीकांत शर्मा के ओएसडी ओपी शुक्ला सहित कई छात्र-छात्राएं और उनके अभिभाषक इन दिनों जेल में हैं, व्यापमं मामले में आरोपी और पूर्व शिक्षामंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को जेल में जान का खतरा है, इस बात का खुलासा एमपी इंटेलीजेंस पहले ही इस बारे में जेल प्रबंधन को अवगत करा चुका है और अब इस तरह की शंका सीबीआई ने जेल विभाग को इस खतरे से आगाह किया है,
सूत्रों के मुताबिक १६ सितम्बर को सीबीआई टीम जेल पहुंची थी वहां पूछताछ के संबंध में पत्र सौंपने के अलावा उन्होंने व्यापमं मामले के सभी आरोपियों की सुरक्षा बढ़ाने की सलाह जेल प्रबंधन को दी थी, इस संबंध में सीबीआई सूत्रों का कहना है कि जिस तरह से इस मामले के गवाहों की असमय मौत हो रही है उसे देखते हुए उनकी सुरक्षा जरूरी है, ऐसी संभावना जताई जा रही है कि जेल में कोई कैदी लक्ष्मीकांत शर्मा पर हमला कर सकता है, जानकारी मिली है कि पूर्व शिक्षामंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा सभी व्यापमं घोटाले के आरोपी इस समय कुछ लोगों के निशाने पर हैं
यह सभी लोग संविदा शिक्षक, सब-इंस्पेक्टर, वन रक्षक भर्ती के अलावा पीएमटी सहित करीब -करीब एक दर्जन मामलों के आरोपी हैं जो डेढ़़ साल से भी ज्यादा समय से जेल में बंद हैं सूत्रों के अनुसार सीबीआई एक सप्ताह के अन्दर पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा से पूछताछ करनेवाली है अभी तक शर्मा ने जो बयान एसटीएफ और एसआईटी को दिये हैं वही बयान अगर उन्होंने सीबीआई को दे दिये तो प्रदेश के प्रभावशाली लोग बेनकाब होंगे जिनमें एक भाजपा से जुड़ी नेत्री सहित तीन कद्दावर नेता शिकंजे में आ सकते हैं
फिलहाल बयानों के कारण इन लोगों पर प्रकरण दर्ज नहीं हुआ है व्यापमं मामले में अब तक गवाह जांच अधिकारी और एक पत्रकार सहित लगभग ४५ लोगों की मौतें हो चुकी हैं, हालांकि भोपाल जेल अधीक्षक मंसाराम पटेल का इस संबंध में कहना है कि व्यापमं मामले से जुड़े सभी आरोपियों की सुरक्षा पर हमारी नजर है और उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है पूरे समय उनकी निगरानी की जा रही है वह कहते हैं कि जहां तक शर्मा का मामला है तो उनसे मिलने की अनुमति परिजनों के अलावा किसी को नहीं है, परिवार में तीन लोगों के नाम दर्ज हैं, उन्हीं से नियमानुसार मिलने दिया जाता है, बाहर कोई भी बात हो लेकिन जेल में सभी सुरक्षित हैं।
हिन्द न्यूज सर्विस
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