लाखो के नकली नोट सहित दो आरोपी गिरफ्तार
इन्दौर-दिनांक 11 सितम्बर 2015-
पुलिस थाना हीरानगर क्षेत्रान्तर्गत में कुछ समय पूर्व से नकली नोट चलाने वाले गिरोह के सम्बंध में सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। जिससे थाना प्रभारी द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को इस सम्बंध में सूचना से अवगत कराया था। उक्त सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री सन्तोष कुमार सिंह द्धारा पुलिस अधीक्षक पूर्व ओ.पी. त्रिपाटी, अति. पुलिस अधीक्षक पूर्व जोन-1 श्री राजेश सहाय, नगर पुलिस अधीक्षक परदेशीपुरा श्री अजय जैन को इस संबंध में नजर रख कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी हीरानगर श्री शशिकांत चौरसिया के नेतृत्व में एक टीम गठित कर, उसे इलाके में सक्रिय करते हुए व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के बडे भूगतानों पर नजर रखने तथा जमीन आदि एवं प्रापर्टी के कार्य से जुडे लोगो के पास आने जाने वाले बाहरी लोगो एवं उनके भुगतानों पर नजर रखने के निर्देश दिये थे।
पुलिस टीम द्वारा क्षेत्र में अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए, इस प्रकार के लोगो पर नजर रखी तो, आज दिनांक11.09.15 को करीबन 10.00 बजे अमर ज्योती इन्डस्ट्रीज के प्रोपराईटर जिया उर्फ मनोज परिहार तथा उसका नौकर शंकर मालवीय ने एक भुगतान के दौरान खातीपुरा निवासी चन्द्रशेखर पटेल को 80,000 रुपये 1000-1000 के 80 नोट दिये । चंद्रशेखर पटेल ने शंका होने पर एक नोट बैंक में चेक कराया, तो वह नकली होना बताया पटेल ने तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दी।
उक्त सूचना पर पुलिस की टीम ने वहां पहुचकर दौनो को हिरासत में ले लिया । इनके कब्जे से 80,000 रुपये के नकली नोट 1000-1000 के 80 नोट बरामद कर सखती से पूछताछ की तो प्रारम्भिक जाँच में पता चला की गिरोह का अन्य सदस्य नासिर नामक व्यक्ति है जो कि कुछ समय से पश्चिम बंगाल में सक्रिय है, उसके द्धारा नकली नोट भारतीय बाजारों में चलाने के उद्देश्य से यह गिरोह चलाया जा रहा है। प्रारम्भिक जांच में जो तथ्य सामने आये है उनसे पता चलता है कि गिरोह के तार पश्चिम बंगाल स्थित व्यक्तियों से जुडे हुए है ।
भारतीय अर्थ व्यवस्था को तार-तार करने के उद्देश्य से जाली नोटो का कारोबार बडे पैमाने पर किया जा रहा है, जिसके तहत पश्चिम बंगाल से भारत के अन्य शहरों में नकली नोट काफी संखया में भेजे जा रहे है। गिरोह के अंतिम छौर तकपहुचने के लिए पुलिस द्वारा कार्यवाही की जा रही है।
पुलिस द्धारा दोनो आरोपियो के विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। पुलिस ने आरोपी जिया उर्फ मनोज पिता स्वामीशरण परिहार निवासी रेल्वे कालोनी झाँसी हाल मुकाम ग्राम जाखिया इन्दौर तथा शंकर पिता मदनलाल मालवीय निवासी ग्राम छापरी तराना जिला उज्जैन हाल मुकाम ग्राम जाखिया इन्दौर को गिरफ्तार कर, इनके कब्जे से अब तक 1,91,000 हजार रू. के 1000-1000 के 191 नोट बरामद किये जा चुके है। पुलिस द्वारा प्रकरण में अग्रिम जाँच करते हुए आरोपियों से पूछताछ जारी है।
उक्त कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी हीरानगर श्री शद्गिाकांत चौरसिया के नेतृत्व में उनि व्ही.एस. खडिया, सउनि अमरजीत सिंह राठौर, प्रआर.लक्ष्मण वास्कले, आर. राजेन्द्र सिंह रघुवंशी, आर. देवेन्द्र जादौन तथा महिला आर. चन्दा चौहान व टीम का महत्वपूर्ण एंव सराहनीय योगदान रहा। पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा उक्त गिरोह का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को पुरुष्कृत करने की घोषणा की गई है।
इन्दौर-दिनांक 11 सितम्बर 2015-
पुलिस थाना हीरानगर क्षेत्रान्तर्गत में कुछ समय पूर्व से नकली नोट चलाने वाले गिरोह के सम्बंध में सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। जिससे थाना प्रभारी द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को इस सम्बंध में सूचना से अवगत कराया था। उक्त सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री सन्तोष कुमार सिंह द्धारा पुलिस अधीक्षक पूर्व ओ.पी. त्रिपाटी, अति. पुलिस अधीक्षक पूर्व जोन-1 श्री राजेश सहाय, नगर पुलिस अधीक्षक परदेशीपुरा श्री अजय जैन को इस संबंध में नजर रख कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी हीरानगर श्री शशिकांत चौरसिया के नेतृत्व में एक टीम गठित कर, उसे इलाके में सक्रिय करते हुए व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के बडे भूगतानों पर नजर रखने तथा जमीन आदि एवं प्रापर्टी के कार्य से जुडे लोगो के पास आने जाने वाले बाहरी लोगो एवं उनके भुगतानों पर नजर रखने के निर्देश दिये थे।
पुलिस टीम द्वारा क्षेत्र में अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए, इस प्रकार के लोगो पर नजर रखी तो, आज दिनांक11.09.15 को करीबन 10.00 बजे अमर ज्योती इन्डस्ट्रीज के प्रोपराईटर जिया उर्फ मनोज परिहार तथा उसका नौकर शंकर मालवीय ने एक भुगतान के दौरान खातीपुरा निवासी चन्द्रशेखर पटेल को 80,000 रुपये 1000-1000 के 80 नोट दिये । चंद्रशेखर पटेल ने शंका होने पर एक नोट बैंक में चेक कराया, तो वह नकली होना बताया पटेल ने तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दी।
उक्त सूचना पर पुलिस की टीम ने वहां पहुचकर दौनो को हिरासत में ले लिया । इनके कब्जे से 80,000 रुपये के नकली नोट 1000-1000 के 80 नोट बरामद कर सखती से पूछताछ की तो प्रारम्भिक जाँच में पता चला की गिरोह का अन्य सदस्य नासिर नामक व्यक्ति है जो कि कुछ समय से पश्चिम बंगाल में सक्रिय है, उसके द्धारा नकली नोट भारतीय बाजारों में चलाने के उद्देश्य से यह गिरोह चलाया जा रहा है। प्रारम्भिक जांच में जो तथ्य सामने आये है उनसे पता चलता है कि गिरोह के तार पश्चिम बंगाल स्थित व्यक्तियों से जुडे हुए है ।
भारतीय अर्थ व्यवस्था को तार-तार करने के उद्देश्य से जाली नोटो का कारोबार बडे पैमाने पर किया जा रहा है, जिसके तहत पश्चिम बंगाल से भारत के अन्य शहरों में नकली नोट काफी संखया में भेजे जा रहे है। गिरोह के अंतिम छौर तकपहुचने के लिए पुलिस द्वारा कार्यवाही की जा रही है।
पुलिस द्धारा दोनो आरोपियो के विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। पुलिस ने आरोपी जिया उर्फ मनोज पिता स्वामीशरण परिहार निवासी रेल्वे कालोनी झाँसी हाल मुकाम ग्राम जाखिया इन्दौर तथा शंकर पिता मदनलाल मालवीय निवासी ग्राम छापरी तराना जिला उज्जैन हाल मुकाम ग्राम जाखिया इन्दौर को गिरफ्तार कर, इनके कब्जे से अब तक 1,91,000 हजार रू. के 1000-1000 के 191 नोट बरामद किये जा चुके है। पुलिस द्वारा प्रकरण में अग्रिम जाँच करते हुए आरोपियों से पूछताछ जारी है।
उक्त कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी हीरानगर श्री शद्गिाकांत चौरसिया के नेतृत्व में उनि व्ही.एस. खडिया, सउनि अमरजीत सिंह राठौर, प्रआर.लक्ष्मण वास्कले, आर. राजेन्द्र सिंह रघुवंशी, आर. देवेन्द्र जादौन तथा महिला आर. चन्दा चौहान व टीम का महत्वपूर्ण एंव सराहनीय योगदान रहा। पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा उक्त गिरोह का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को पुरुष्कृत करने की घोषणा की गई है।
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