छात्रों को सरकारी गवाह बनाएगी
व्यापमं घोटाले में सीबीआई
की कार्यवाही से पुर्व मंत्री की मुश्किलें बढ़ सकती है
भोपाल (नी.प्र.) सीबीआई अब उन लोगों पर भी शिकंजा कसना चाहती है,जो रसूखदार अब तक सबूतों के अभाव में या बड़ी पहुँच के कारण गिरप्तारी से बच रहे थे।इन पर शिकंजा कसने के लिए उनके जरिये पास हुवे छात्रों को ही सरकारी गवाह बनाया जायेगा। साथ ही आरोपी बन चुके कुछ छात्रों और उनके अभिभावको को भी गवाह बनाने पर विचार किया जा रहा है। सीबीआई के एक उच्च अधिकारी के अनुसार सरकारी गवाह बनाने का निर्णय संबधित मामले का जाँच अधिकारी लेगा। उसे अगर लगता है कि आरोपी को सज़ा दिलाने के पर्याप्त साक्ष्य नहीं है तो वह सीनियर अफसर से सलाह लेकर सरकारी गवाह बनाने की कोशिश कर सकता है।
व्यापमं के इस बहुचर्चित मामले में प्रदेश के योग्य छात्रों का भविष्य बर्बाद हो गया इसमें पुलिस ने छात्रों को तो गिरप्तार कर लिया परन्तु इसके मुख्य किरदार अभी भी बहार घूम रहे रहे |
गोरतलब है कि कार्यवाही आगे बढ़ती है तो प्रदेश के एक पुर्व मंत्री जो मलाईदार पद पर थे वे अकूत सम्पति के मालिक बन गए व् परिवहन विभाग के 2012 में व्यापमं से हुवे आरक्षक भर्ती घोटाले में टी वी चैनलो सहित प्रिंट मिडिया व् सोशल मीडिया में हमेशा छाए रहते कि उनकी कभी भी गिरप्तारी हो सकती निश्चित वो गिरफ्तार होंगे तो भाजपा पर गहरा संकट आ सकता है क्यों कि मुख्य मंत्री ने उस पुर्व परिवहन मंत्री पर भरोसा किया था और उसी भरोसे को उक्त मंत्री ने व्यापमं घोटाले में बदल दिया।
सूत्र बताते है की पुर्व मंत्री के पास इतनी धन सम्पदा है की वो कोई भी परिणाम प्रभावित कर सकते है चाहे चुनाव हो या जाँच एजेंसी ही क्यों न हो ? आम लोगो को सीबीआई से आशा है की उक्त मंत्री पर शिकंजा कसेगी।
व्यापमं घोटाले में सीबीआई
की कार्यवाही से पुर्व मंत्री की मुश्किलें बढ़ सकती है
भोपाल (नी.प्र.) सीबीआई अब उन लोगों पर भी शिकंजा कसना चाहती है,जो रसूखदार अब तक सबूतों के अभाव में या बड़ी पहुँच के कारण गिरप्तारी से बच रहे थे।इन पर शिकंजा कसने के लिए उनके जरिये पास हुवे छात्रों को ही सरकारी गवाह बनाया जायेगा। साथ ही आरोपी बन चुके कुछ छात्रों और उनके अभिभावको को भी गवाह बनाने पर विचार किया जा रहा है। सीबीआई के एक उच्च अधिकारी के अनुसार सरकारी गवाह बनाने का निर्णय संबधित मामले का जाँच अधिकारी लेगा। उसे अगर लगता है कि आरोपी को सज़ा दिलाने के पर्याप्त साक्ष्य नहीं है तो वह सीनियर अफसर से सलाह लेकर सरकारी गवाह बनाने की कोशिश कर सकता है।
व्यापमं के इस बहुचर्चित मामले में प्रदेश के योग्य छात्रों का भविष्य बर्बाद हो गया इसमें पुलिस ने छात्रों को तो गिरप्तार कर लिया परन्तु इसके मुख्य किरदार अभी भी बहार घूम रहे रहे |
गोरतलब है कि कार्यवाही आगे बढ़ती है तो प्रदेश के एक पुर्व मंत्री जो मलाईदार पद पर थे वे अकूत सम्पति के मालिक बन गए व् परिवहन विभाग के 2012 में व्यापमं से हुवे आरक्षक भर्ती घोटाले में टी वी चैनलो सहित प्रिंट मिडिया व् सोशल मीडिया में हमेशा छाए रहते कि उनकी कभी भी गिरप्तारी हो सकती निश्चित वो गिरफ्तार होंगे तो भाजपा पर गहरा संकट आ सकता है क्यों कि मुख्य मंत्री ने उस पुर्व परिवहन मंत्री पर भरोसा किया था और उसी भरोसे को उक्त मंत्री ने व्यापमं घोटाले में बदल दिया।
सूत्र बताते है की पुर्व मंत्री के पास इतनी धन सम्पदा है की वो कोई भी परिणाम प्रभावित कर सकते है चाहे चुनाव हो या जाँच एजेंसी ही क्यों न हो ? आम लोगो को सीबीआई से आशा है की उक्त मंत्री पर शिकंजा कसेगी।
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