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भोपाल ।मध्यप्रदेश विधानसभा में फर्जी नियुक्तियों की जांच कर रही एसआईटी ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ नोटिस जारी कर दिया है.
. दिग्विजय सिंह पर आरोप है कि उन्होंने अपनी सरकार के दौरान विधानसभा में कई फर्जी नियुक्तियां की हैं.
. कांग्रेस महासचिव और तात्कालिन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर एसआईटी का शिकंजा कसता जा रहा है.
. रविवार को दिग्वजिय के खिलाफ जहांगिराबाद पुलिस ने विभानसभा फर्जी नियुक्ति और प्रमोशन मामले में नोटिस जारी कर दिया.
. नोटिस जारी होने के बाद एसआईटी की टीम दिग्विजय के भोपाल के श्यामला हिल्स स्थित उनके घर पहुंची जहां टीम को वहां के किसी भी कर्मचारी ने कोई प्रतियक्रिया नहीं दी.
. नोटिस के मुताबिक दिग्विजय को 30 सितंबर तक किसी भी हालत में एसआईटी के सामने अपना बयान दर्ज करना होगा.
. दिग्विजय के अलावा एसआईटी ने मामले के आरोपी योगेश और उनकी पत्नी सुषमा को भी नोटिस जारी कर चार अक्टूबर को पूछताछ के लिए बुलाया है. आरोपी पति-पत्नी शिक्षक हैं.
रिटायर्ड अफसरों और पूर्व स्पीकर पर भी हैं आरोपी:
. विधानसभा फर्जी नियुक्तियों मामले में एसआईटी ने एडिशनल सेक्रेटरी रमेश चंद्र उपाध्याय और अंडर सेक्रेटरी श्यामलाल चतुर्वेदी को आरोपी बनाया है. दोनों ही आरोपी अपने-अपने पद से रिटायर्ड हो चुके हैं. इन दोनों ही अफसरों पर फर्जी नियुक्ति करवाने का मामला सामने आया है.
. वहीं इन ही आरोपों में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी को भी 3 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया गया था.
. हालांकि, अग्रिम जमानत होने की वजह से श्रीनिवास तिवारी को गिरफ्तारी के तुरंत बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया.क्या है
पूरा मामला:
. राजधानी की जहांगीराबाद पुलिस ने विधानसभा में फर्जी नियुक्ति मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी समेत 19 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. पुलिस तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ जिला कोर्ट में चार्जशीट पेश कर चुकी है.वहीं इसी महीनें करीब 15 आरोपियों के खिलाफ सप्लीमेंट चार्जशीट कोर्ट में पेश की जाएगी. अधिकांश आरोपियों ने कोर्ट से अग्रिम जमानत ली है.
भोपाल ।मध्यप्रदेश विधानसभा में फर्जी नियुक्तियों की जांच कर रही एसआईटी ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ नोटिस जारी कर दिया है.
. दिग्विजय सिंह पर आरोप है कि उन्होंने अपनी सरकार के दौरान विधानसभा में कई फर्जी नियुक्तियां की हैं.
. कांग्रेस महासचिव और तात्कालिन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर एसआईटी का शिकंजा कसता जा रहा है.
. रविवार को दिग्वजिय के खिलाफ जहांगिराबाद पुलिस ने विभानसभा फर्जी नियुक्ति और प्रमोशन मामले में नोटिस जारी कर दिया.
. नोटिस जारी होने के बाद एसआईटी की टीम दिग्विजय के भोपाल के श्यामला हिल्स स्थित उनके घर पहुंची जहां टीम को वहां के किसी भी कर्मचारी ने कोई प्रतियक्रिया नहीं दी.
. नोटिस के मुताबिक दिग्विजय को 30 सितंबर तक किसी भी हालत में एसआईटी के सामने अपना बयान दर्ज करना होगा.
. दिग्विजय के अलावा एसआईटी ने मामले के आरोपी योगेश और उनकी पत्नी सुषमा को भी नोटिस जारी कर चार अक्टूबर को पूछताछ के लिए बुलाया है. आरोपी पति-पत्नी शिक्षक हैं.
रिटायर्ड अफसरों और पूर्व स्पीकर पर भी हैं आरोपी:
. विधानसभा फर्जी नियुक्तियों मामले में एसआईटी ने एडिशनल सेक्रेटरी रमेश चंद्र उपाध्याय और अंडर सेक्रेटरी श्यामलाल चतुर्वेदी को आरोपी बनाया है. दोनों ही आरोपी अपने-अपने पद से रिटायर्ड हो चुके हैं. इन दोनों ही अफसरों पर फर्जी नियुक्ति करवाने का मामला सामने आया है.
. वहीं इन ही आरोपों में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी को भी 3 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया गया था.
. हालांकि, अग्रिम जमानत होने की वजह से श्रीनिवास तिवारी को गिरफ्तारी के तुरंत बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया.क्या है
पूरा मामला:
. राजधानी की जहांगीराबाद पुलिस ने विधानसभा में फर्जी नियुक्ति मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी समेत 19 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. पुलिस तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ जिला कोर्ट में चार्जशीट पेश कर चुकी है.वहीं इसी महीनें करीब 15 आरोपियों के खिलाफ सप्लीमेंट चार्जशीट कोर्ट में पेश की जाएगी. अधिकांश आरोपियों ने कोर्ट से अग्रिम जमानत ली है.
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