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भोपाल। प्रदेश की शिवराज सरकार ने इस साल आठवीं बार बाजार से कर्ज लिया है और अब तक इस साल वह कुल 8 हजार 200 करोड़ रुपये की राशि बाजार से कर्ज के रुप में ले चुकी है। कर्ज लेने के पीछे उद्देश्य विकास कार्यक्रमों एवं विभिन्न परियोजनाओं को क्रियान्वित करना बताया गया है।
बाजार से कर्ज लेने के लिये राज्य सरकार गवर्मेन्ट सिक्युरिटीज का दस साल के लिये विक्रय करती है जिस पर वह साल में दो बार ब्याज का भी भुगतान करती है। इन सिक्युरिटीज का विक्रय भारतीय रिजर्व बैंक के मुम्बई कार्यालय के माध्यम से ई-आक्शन के जरिये किया जाता है। ताजा एक हजार करोड़ रुपयों का कर्ज सरकार ने बुधवार नौ सितम्बर को लिया है। इसके लिये उसने अपनी राजस्व स्थिति वर्ष 2014-15 में व्यय के मुकाबले प्राप्तियां अधिक बताई है यानी उसका राजस्व आधिक्य 6 हजार 371 करोड़ 50 लाख रुपये ज्यादा है। इसी प्रकार, उसने सरकार पर अब तक लदे कर्ज की कुल रकम 95 हजार 783 करोड़ 80 लाख रुपये दर्शाई है।
इससे पहले राज्य सरकार 10 अगस्त को 1500 करोड़ रुपये, 13 जुलाई को भी 1500 करोड़ रुपये, 5 जून को 1000 करोड़ रुपये, 7 मार्च को 1200 करोड़ रुपये, 6 फरवरी को 1000 करोड़ रुपये तथा 9 जनवरी को भी 1000 करोड़ रुपये सार्वजनिक सूचना के जरिये कर्ज ले चुकी है।
भोपाल। प्रदेश की शिवराज सरकार ने इस साल आठवीं बार बाजार से कर्ज लिया है और अब तक इस साल वह कुल 8 हजार 200 करोड़ रुपये की राशि बाजार से कर्ज के रुप में ले चुकी है। कर्ज लेने के पीछे उद्देश्य विकास कार्यक्रमों एवं विभिन्न परियोजनाओं को क्रियान्वित करना बताया गया है।
बाजार से कर्ज लेने के लिये राज्य सरकार गवर्मेन्ट सिक्युरिटीज का दस साल के लिये विक्रय करती है जिस पर वह साल में दो बार ब्याज का भी भुगतान करती है। इन सिक्युरिटीज का विक्रय भारतीय रिजर्व बैंक के मुम्बई कार्यालय के माध्यम से ई-आक्शन के जरिये किया जाता है। ताजा एक हजार करोड़ रुपयों का कर्ज सरकार ने बुधवार नौ सितम्बर को लिया है। इसके लिये उसने अपनी राजस्व स्थिति वर्ष 2014-15 में व्यय के मुकाबले प्राप्तियां अधिक बताई है यानी उसका राजस्व आधिक्य 6 हजार 371 करोड़ 50 लाख रुपये ज्यादा है। इसी प्रकार, उसने सरकार पर अब तक लदे कर्ज की कुल रकम 95 हजार 783 करोड़ 80 लाख रुपये दर्शाई है।
इससे पहले राज्य सरकार 10 अगस्त को 1500 करोड़ रुपये, 13 जुलाई को भी 1500 करोड़ रुपये, 5 जून को 1000 करोड़ रुपये, 7 मार्च को 1200 करोड़ रुपये, 6 फरवरी को 1000 करोड़ रुपये तथा 9 जनवरी को भी 1000 करोड़ रुपये सार्वजनिक सूचना के जरिये कर्ज ले चुकी है।
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