Toc News @ bhopal
भोपाल।राजधानी के काटजू अस्पताल में इलाज के दौरान हुई शिशु की मौत मामले में नया मोड़ आ गया है। इस मामले में स्वास्थ विभाग ने एक डॉक्टर समेत 8 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। कर्मचारियों के निलंबन से नाराज साथी कर्मचारियों ने शनिवार को अस्पताल में जमकर हंगामा किया। कर्मचारी निलंबन प्रक्रिया को गलत बताते हुए हड़ताल पर चले गए हैं।
गौरतलब है कि 13 अगस्त को इलाज के लिए काटजू अस्पताल में भर्ती कराए गए बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इससे नाराज परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया था। परिजनों के हंगामे के बाद हरकत में आए स्वास्थ विभाग ने मामले की जांच के बाद शनिवार को अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ ज्योति खरे, 6 नर्स और 2 आया को निलंबित कर दिया है। इससे नाराज अन्य कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी।
काटजू अस्पताल की घटना यह थी :
गत 13 अगस्त को दोपहर साढ़े बारह बजे से दोपहर एक बजे के बीच मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय भोपाल में पदस्थ कर्मचारी रवि पुरोहित ने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती ममता पुरोहित को प्रसव हेतु काटजू अस्पताल में भर्ती कराया था जहां रात्रिकालीन ड्यूटी पर पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. ज्योति खरे एवं वहां पदस्थ तृतीय श्रेणी कर्मचारियों द्वारा प्रसूता के उपचार उचित तरीके से नहीं किया गया तथा अपने पदीय दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही बरती गई।
परिणामस्वरुप 14 अगस्त को प्रात: श्रीमती ममता पुरोहित का आपरेशन किये जाने से पूर्व ही बच्चे की गर्भ में ही मृत्यु हो गई। श्रीमती ममता पुरोहित अपना चेकअप 28 जनवरी,2015 से स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. ज्योति खरे के प्रायवेट क्लीनिक एचएक्स-3, विंडसर एस्टेट,फेज़-2, चूना भट्टी, कोलार रोड, भोपाल पर नियमित रुप से करवा रही थी। जांच में यह बात प्रमाणित पाई गई जिस पर डा. ज्योति खरे को निलम्बित कर दिया गया और निलम्बन काल में उनका मुख्यालय कार्यालय संभागीय संयुक्त संचालक भोपाल कर दिया गया।
भोपाल।राजधानी के काटजू अस्पताल में इलाज के दौरान हुई शिशु की मौत मामले में नया मोड़ आ गया है। इस मामले में स्वास्थ विभाग ने एक डॉक्टर समेत 8 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। कर्मचारियों के निलंबन से नाराज साथी कर्मचारियों ने शनिवार को अस्पताल में जमकर हंगामा किया। कर्मचारी निलंबन प्रक्रिया को गलत बताते हुए हड़ताल पर चले गए हैं।
गौरतलब है कि 13 अगस्त को इलाज के लिए काटजू अस्पताल में भर्ती कराए गए बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इससे नाराज परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया था। परिजनों के हंगामे के बाद हरकत में आए स्वास्थ विभाग ने मामले की जांच के बाद शनिवार को अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ ज्योति खरे, 6 नर्स और 2 आया को निलंबित कर दिया है। इससे नाराज अन्य कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी।
काटजू अस्पताल की घटना यह थी :
गत 13 अगस्त को दोपहर साढ़े बारह बजे से दोपहर एक बजे के बीच मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय भोपाल में पदस्थ कर्मचारी रवि पुरोहित ने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती ममता पुरोहित को प्रसव हेतु काटजू अस्पताल में भर्ती कराया था जहां रात्रिकालीन ड्यूटी पर पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. ज्योति खरे एवं वहां पदस्थ तृतीय श्रेणी कर्मचारियों द्वारा प्रसूता के उपचार उचित तरीके से नहीं किया गया तथा अपने पदीय दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही बरती गई।
परिणामस्वरुप 14 अगस्त को प्रात: श्रीमती ममता पुरोहित का आपरेशन किये जाने से पूर्व ही बच्चे की गर्भ में ही मृत्यु हो गई। श्रीमती ममता पुरोहित अपना चेकअप 28 जनवरी,2015 से स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. ज्योति खरे के प्रायवेट क्लीनिक एचएक्स-3, विंडसर एस्टेट,फेज़-2, चूना भट्टी, कोलार रोड, भोपाल पर नियमित रुप से करवा रही थी। जांच में यह बात प्रमाणित पाई गई जिस पर डा. ज्योति खरे को निलम्बित कर दिया गया और निलम्बन काल में उनका मुख्यालय कार्यालय संभागीय संयुक्त संचालक भोपाल कर दिया गया।
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