अधिकतर ऑपरेशन कराने ओ.टी गये मरीजों की माने तो अंदर मरीज को बेहोश कर दिया जाता है और एकांत में चिकित्सक और महिला कर्मचारी अपनी मोहब्बत को अंजाम तक पहुंचाने में लग जाते है इसके अलावा अष्लीलता की हदें भी पार कर दी जाती है।
जिला प्रतिनिधि // मंजीत छाबड़ा (नरसिंहपुर //टाइम्स ऑफ क्राइम)
प्रतिनिधि से संपर्क:- 94073 50652
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नरसिंहपुर. जिला चिकित्सालय के सम्बंध में ज्ञात हो कि पूर्व में भी यहां पदस्थ एक महिला कर्मचारी को लैपटॉप पर अशलील फिल्में देखते मरीजों ने देखा था जिस पर पूर्व में रिर्पोट प्रकाश में आई थी। सूत्रों की माने तो चिकित्सालय में चल रहा वायर इश्क फ ीवर अब जिला चिकित्सालय के लिए गहरा दाग बन चुका है। चिकित्सालय के अधिकारी राश लिला में टुबे है जिसका परिणाम मरीजों को लम्बे समय से भुगत्तना पड़ रहा है। जिला अस्पताल में चिकित्सक एंव नर्स समय से पहले व समय के बाद तक मरीजों को अंदेखा कर अपनी ड्युटी पुरी करते है। बीमार मरीजों की आड में एक दूसरे का इलाज करते नजर आने लगे है। जानकारो के अनुसार नर्सो के बजते मोबाईल की घंटी और प्रेमालाप की बात मरीजों की जान की दुश्मन बन गई है। मरीजों की बीमारी का इलाज करने के वजाय अपनी प्रेम कहानी को पुरा करते डॅाक्टरोंं को जब मरीज की वास्तविक स्थिती गंभीर लगती है। तब चिकित्सकों द्वारा बीमार मरीज को रिफर कर दिया जाता हैं। चिकित्सकों के व्यवहार से असंतुष्ट मरीजों कहना है कि उनके साथ अभद्रतापूर्ण व्यवहार कर मारपीट भी कर दी जाती है विदित है कि चिकित्सकों व अधिकारियों की कार्यप्रणालियों से पुरा शहर परेशान है साथ ही मरीज व मरीजों के परिजनों द्वारा आए दिन चिकित्सकों की शिकायत भी की जाती है। यहॉ तक की लापरवाही से हुई मौतों के लिए यहां पदस्थ सिविल सर्जन पर आरोप भी लगे हैं पर उच्चाधिकारी जांच की बात कहकर मामले को टाल दिया करते है। जो प्रशासन की कार्य प्रणाली पर सवाल खडे करता है।
मरीजों का कहना:-
जिला चिकित्सालय में पदस्थ नर्स और डॉक्टर फ ोन पर घंटो बतयाते है तथा मोबाईल और लैपटॅाप पर अश्लील फिल्में देखते है जिससे मरीज के इलाज में बाधा उत्पन्न होती है और इलाज में देर होती है। राहुल पटेल
मरीज परिजन ग्राम धमनाच
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