सेंटजूस हायर सेकेण्ड्री में धड़ल्ले से नकल
प्रतिनिधि // संतोष कुमार गुप्ता (शहडोल //टाइम्स ऑफ क्राइम)
प्रतिनिधि से सम्पर्क : 94243 30959
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शहडोल। मिली जानकारी के अनुसार जिले के क्रिश्चियन स्कूल सेंटजूस मे खुले आम नकल कराया जा रहा है। क्योंकि उसी स्कूल के बच्चे परीक्षा दे रहे हैं केन्द्र नही बदलने से स्कूल के कर्मचारियों द्वारा खुलेआम नकल करा रहे है। मिशन छात्रावास मे रहने वाले छात्रों की खासतौर से निगरानी की जा रही है शायद इसलिए कि पूरे वर्ष इनसे कार्य कराया जाता हो इसलिए पढाई न कर पाते हो।
मामला पहुंचा थाने
पिछले 10 मार्च को केन्द्राध्यक्ष राहुल सिंह द्वारा किसी छात्र से चुटका पाया गया जिसमें फार्म भराने की बात कही गयी परंतु वहां उपस्थित मिशन के शिक्षको द्वारा छात्र का पक्ष लेते हुए साल बरबाद न होने की दुहाई दी तभी कुछ छात्रो ने श्री सिंह के साथ मारपीट करने पर उतारू हो गये। केन्द्राध्यक्ष द्वारा थाने में पहुंचकर लिखित जानकारी देते हुए सुरक्षा की मांग की। जहां नगररक्षा समिति के सदस्यो की ड्यूटी लगायी गयी जिससे बोर्ड परीक्षा शांति से कराया जा सके। परंतु मिशन स्कूल मे पढने वाले छात्र नकल करने से बाज नही आये। पुन: 12 मार्च को खिडकी से कागज फेंकते हुए देखागया जहां केन्द्राध्यक्ष को जानकारी देकर कागज उठवाया गया जिसमें रसायन विज्ञान का मिला जिसका पेपर किया जा रहा था तब प्रत्येक छात्रो की तलाशी ली गयी जहां एक छात्र जो छात्रावास मे रहता है उसे फार्म भराना चाहा गया। वह छात्र अपनी कापी, पेपर, प्रवेश पत्र छोडकर भाग गया जिसे ढूढने विद्यालय के शिक्षक गये जहां वह मिल गया। प्राचार्या के अनुरोध पर उसे परीक्षा में बेैठाया गया जिससे उसका साल बरबाद न हो।
अधिकारियों को दी गयी जानकारी
नकल प्रकरण की जानकारी ज्वाइन डायरेक्टर श्रीमती जानकी सिहोटे को जानकारी फोन से दी गयी जिसमें मैडम द्वारा कहा गया कि मैं कल आऊंगी परंतु कुछ देर बाद केन्द्राध्यक्ष के पास फोन से जानकारी दे दी गयी। जिसमे केन्द्राध्यक्ष चौकन्ने हो गये परंतु उनके समय पर न आने पर जिला सर्वशिक्षा समन्वयक को जानकारी दी गयी जहां से जबाव मिला कि मैं आधे घंटे मे आ रहा हूं। परंतु नही आये इससे जाहिर है कि सेंटजूस स्कूल प्रबंधन द्वारा अधिकारियों को गिफ्ट दे दिया गया जिससे वे परीक्षा के समय न आये। जबकि राज्य सरकार द्वारा निर्देशित किया गया है कि एक भी नकल प्रकरण नही बनने चाहिए यानि किसी भी तरह का नकल कराना अपराध है। परंतु सेंटजूस मे यह आदेश लागू नही है।
नही बदला गया केन्द्र
शिक्षा विभाग के नियम अनुसार जहां केन्द्र दिया जाता है वहां के छात्रो को दूसरे केन्द्र मे परीक्षा देनेके लिए भेजा जाता है यानि उसी स्कूल के छात्र उसी केन्द्र में परीक्षा नही दे सकते। पर सेंटजूस जो अपने आप को उत्कृष्ट मानता है वहां उसी स्कूल के छात्र परीक्षा दे रहे हैं। ज्ञात होगा कि जिले मे प्रत्येक परीक्षा केन्द्रो में फेर बदल किया गया है जिससे किसी तरह का नकल न कराया जा सके। अधिकारियों का ध्यान न देना मतलब छात्रो को नकल कराने में सहयोग करने के बराबर है। परीक्षा कक्ष मे छात्रो का मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित है पर इस स्कूल में कोई प्रतिबंध नही है। अधिकारी स्वयं चाहते हैं कि नकल हो और स्कूलो का प्रतिशत ज्यादा दिखे और हमें भी सहयोग मिले।
मामला पहुंचा थाने
पिछले 10 मार्च को केन्द्राध्यक्ष राहुल सिंह द्वारा किसी छात्र से चुटका पाया गया जिसमें फार्म भराने की बात कही गयी परंतु वहां उपस्थित मिशन के शिक्षको द्वारा छात्र का पक्ष लेते हुए साल बरबाद न होने की दुहाई दी तभी कुछ छात्रो ने श्री सिंह के साथ मारपीट करने पर उतारू हो गये। केन्द्राध्यक्ष द्वारा थाने में पहुंचकर लिखित जानकारी देते हुए सुरक्षा की मांग की। जहां नगररक्षा समिति के सदस्यो की ड्यूटी लगायी गयी जिससे बोर्ड परीक्षा शांति से कराया जा सके। परंतु मिशन स्कूल मे पढने वाले छात्र नकल करने से बाज नही आये। पुन: 12 मार्च को खिडकी से कागज फेंकते हुए देखागया जहां केन्द्राध्यक्ष को जानकारी देकर कागज उठवाया गया जिसमें रसायन विज्ञान का मिला जिसका पेपर किया जा रहा था तब प्रत्येक छात्रो की तलाशी ली गयी जहां एक छात्र जो छात्रावास मे रहता है उसे फार्म भराना चाहा गया। वह छात्र अपनी कापी, पेपर, प्रवेश पत्र छोडकर भाग गया जिसे ढूढने विद्यालय के शिक्षक गये जहां वह मिल गया। प्राचार्या के अनुरोध पर उसे परीक्षा में बेैठाया गया जिससे उसका साल बरबाद न हो।
अधिकारियों को दी गयी जानकारी
नकल प्रकरण की जानकारी ज्वाइन डायरेक्टर श्रीमती जानकी सिहोटे को जानकारी फोन से दी गयी जिसमें मैडम द्वारा कहा गया कि मैं कल आऊंगी परंतु कुछ देर बाद केन्द्राध्यक्ष के पास फोन से जानकारी दे दी गयी। जिसमे केन्द्राध्यक्ष चौकन्ने हो गये परंतु उनके समय पर न आने पर जिला सर्वशिक्षा समन्वयक को जानकारी दी गयी जहां से जबाव मिला कि मैं आधे घंटे मे आ रहा हूं। परंतु नही आये इससे जाहिर है कि सेंटजूस स्कूल प्रबंधन द्वारा अधिकारियों को गिफ्ट दे दिया गया जिससे वे परीक्षा के समय न आये। जबकि राज्य सरकार द्वारा निर्देशित किया गया है कि एक भी नकल प्रकरण नही बनने चाहिए यानि किसी भी तरह का नकल कराना अपराध है। परंतु सेंटजूस मे यह आदेश लागू नही है।
नही बदला गया केन्द्र
शिक्षा विभाग के नियम अनुसार जहां केन्द्र दिया जाता है वहां के छात्रो को दूसरे केन्द्र मे परीक्षा देनेके लिए भेजा जाता है यानि उसी स्कूल के छात्र उसी केन्द्र में परीक्षा नही दे सकते। पर सेंटजूस जो अपने आप को उत्कृष्ट मानता है वहां उसी स्कूल के छात्र परीक्षा दे रहे हैं। ज्ञात होगा कि जिले मे प्रत्येक परीक्षा केन्द्रो में फेर बदल किया गया है जिससे किसी तरह का नकल न कराया जा सके। अधिकारियों का ध्यान न देना मतलब छात्रो को नकल कराने में सहयोग करने के बराबर है। परीक्षा कक्ष मे छात्रो का मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित है पर इस स्कूल में कोई प्रतिबंध नही है। अधिकारी स्वयं चाहते हैं कि नकल हो और स्कूलो का प्रतिशत ज्यादा दिखे और हमें भी सहयोग मिले।
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