ब्यूरो प्रमुख // पी.वेंकट रत्नाकर (कटनी // टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरो प्रमुख से संपर्क: 9074370010
toc news internet channal
कटनी . ओवर लोड वाहनों में कभी कभार चलानी कार्यवाही होती देखी जा चुकी है वो सिर्फ लोगों के दिखावे के लिये आखिर अधिकारी अपने आफि स में बैठ कर करते क्या है। क्या इन्हें मालूम नहीं कि दिन और रात मिला के सैकड़ों की तादात में ओवर लोड वाहन शहर के अन्दर प्रवेश करते है लेकिन शायद अधिकारी अपने जुगाड़ में भिड़े नजर आते हैं।
नवागत एस.डी.एम. एवं आर.टी.ओ.ने मिलकर शुरू कि थी चालान की कार्यवाही प्रक्रिया
नवागत एस.डी.एम. एवं आर.टी.ओ.ने मिलकर शुरू कि थी चालान की कार्यवाही प्रक्रिया
शुरू में आये हुऐ हमारे शहर के नवागत एस.डी.एम. तेजस्वनी नाईक एवं आर.टी.ओ. जितेन्द्र सिंह बघेल ने भारी वाहनों की धर पकड़ शुरु कर दिये थे जिससे राजस्व का काफी फायदा हुआ था उस वक्त कुछ दिनों के लिये ओवर लोड वाहन का शहर में प्रवेश बंद हो गया था। अभी कुछ दिन ही बीते होगें कि वाहन मालिकों ने ज्यादा कमाई के चक्कर में अधिकारियों को भी अपने ठेंगें से लगा दिया और अपनी मन माफिक का काम करने लगे अधिकारी भली भांति जानते हैं कि सुबह शाम ओवर लोड़ वाहन काफी शहर के अन्दर से पार होते हैं। किन्तु अधिकारी क्यों सोचे इस विषय पर इन्हें तों अपनी मस्ती में रहना ही पसंद आता है।
मस्तराम मस्ती में आग लगे शहर में
जिले के अधिकारियों के कानों में जू तक नहीं रेंगती तभी तों ये अधिकारी अपने ए.सी. लगे चैम्बर को छोडऩा पसंद नहीं करते शहर का अहित चाहने वाले लोग अधिकारियों के आंखों में धूल झोंकते रहते हैं। ऐसा नहीं की इन सरकारी मुलाजिमों को कुछ पता नहीं रहता ये अधिकारी यदाकदा चालानी कार्यवाही करके सालों के लिये अपनी जिम्मेदारी से सन्यास धारण कर लेते हैं। सारे व्यापारियों को मालूम होता है कि दो चार दिन की मुहिम है उसके बाद सालों कोई देखने वाला नहीं है। इससे इन अधिकारियों पर ये कहावत सटीक बैठती है कि मस्तराम मस्ती में आग लगे शहर में।
ओवर लोड हाईवा से उखड़ती हैं रोड़
अभी कुछ समय पहले रेत से भरे ओवर लोड हाईवा वाहन पर आर.टी.ओ.एवं नवागत एस.डी.एम. दोनों विभाग के अधिकारी मिल कर चालान की कार्यवाही करके इन ओवर लोड वाहनों के मालिकों से राजस्व वसूलते हुये कमर तोड़ दी थी। सभी अधिकारियों को ज्ञात है की आज की स्थिति में बसाड़ी महानदी से निकलने वाली रेत में सबसे ज्यादा हाईवा ही लोड किये जाते हैं जिनका भार 30 टन से अधिक होता है और ये हाईवा ओवर लोड़ होकर वेखौफ होकर शहर की सडक़ों में दौड़ते नजर आते हैं। इनके भारी दबाव के चलते शहर की सडक़ें उखड़ उखड़ कर अपनी हालत बंया करती नजर आती हैं। किन्तु इन अधिकारियों को इससे क्या कौन सा देश की सडक़ें बनाने में नेताओं के या इन अधिकारियों के जेब की राशी लगती है जो इन्हें कुछ दर्द होगा ये राशी तो देश की जनता की लगती है तो इन्हें तो सिर्फ इतना मालूम है कि देश को कैसे लूटा जाये।
ओवर लोड वाहनों पर कार्यवाही की नैतिक जिम्मेदारी शहर के
आर.टी.ओ. विभाग की होती है क्योंकि शासन ने सारे विभागों को अपना अपना अधिकार सौंप दिया है। किन्तु आर.टी.ओ.तो दिखावे के लिये कभी कभार ही शहर में रात के समय दिखाई दे देते हैं। वो भी मुंह दिखाई वाला काम करके वापस हो जाते है क्योंकि इन्हें डर रहता है तो उन खद्दावर नेताओं और शहर की जानी मानी हस्तियों का एक तो इनका पेट शायद यही लोग पाल रहे हैं यो फि र ये नेता एवं ऊची पंहूच रखने वाले कहीं इनका स्थानांनतरण कहीं अन्य जगह न करा दें। सो इन्हें इन्की बात मानने के अलावा और कोई भी रास्ता शेष नहीं बचता।
No comments:
Post a Comment