कलमवीरों का हंसी ठिठोली में सम्मान
चन्दे की वसूली के लिए हंसी ठिठोली
नई सदी की पहली होली जो इण्डियन फेडरेशन ऑफ वर्किग जर्नलिस्टस (ifwj) ने भोपाल में 24 मार्च 2012 को भाई चारा मजबूत करने के लिए पत्रकार भवन में आयोजित किया है। जिसको लेकर पत्रकार गलियारे में विरोधाभाष और विरोध शुरू हो गया है। वहीं जिस कार्यक्रम को लेकर उत्साहित होना था वहां किन्हीं कारणों से मायूस नजर आ रही है। क्योंकि जो निमंत्रण पत्र बांटा गया हैं उसमें कुछ नाम आपने प्रकाशित किया है उन में से कुछ लोगों ने अपनी कार्यक्रम को लेकर असहमति प्रदर्शित की है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विक्रम राव की सहमति नहीं
आई.एफ.डब्ल्यू जे. के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री के. विक्रम राव की भोपाल में पत्रकार भवन में होने वाला 24 तारीख का कार्यक्रम ''हंसी ठिठोली 2012'' के लिए कोई अपनी सहमति नहीं दी है, न ही वो इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे है। वहीं श्री परमानंद पाण्डे जनरल सेक्रेटरी निमंत्रण पत्र में का नाम प्रकाशित किया गया है। जिसके लिये भी सहमति नहीं है। खबर है कि श्री पाण्डे भी कार्यक्रम से दूरी बनाये रखेंगे।
हंसी ठिठोली में सम्मान किया जावेगा
हंसी ठिठोली 2012 वाकई में उन पत्रकारों को संजोकर उनको सम्मानित भी करेगा। जिसकी चर्चा भोपाल में दौड़ पड़ी है वहीं स्वर्गीय पत्रकार साथियों के परिवारों को सम्पर्क किया जा रहा है जिसको उक्त कार्यक्रम में सम्मानित किया जाना है उनके नाम स्वर्गीय प्रेम बाबू श्रीवास्तव, स्वर्गीय धन्नालाल शाह, स्वर्गीय त्रिभुवन यादव, स्वर्गीय मोदी जी, स्वर्गीय अयोध्या प्रसाद गुप्ता, स्वर्गीय ध्यान सिंह तोमर, स्वर्गीय जगत पाठक, स्वर्गीय सत्यनारायण श्रीवास्तव एवं जिनका दूर दूर तक पत्रकार भवन से नाता नहीं रहा स्वर्गीय पवन विद्रोही, स्वर्गीय शोभाराम श्रीवास्तव को सम्मानित किया जायेगा। खास बात यह है कि इन आयोजकों ने वाकई में पत्रकारिता का डन्का बजाने वाले कमलवीरों का हंसी ठिठोली का पात्र बना दिया है। मजाक मजाक में ही उनको हंसी ठिठोली में उड़ा दिया। इन पत्रकारों के परिवार वालों ने भी कभी नहीं सोचा होगा कि कलम की आहूति देने वाले पत्रकार भवन के लिए श्रम करने वालो को ऐसा मजाकियां सम्मान मिलेगा। वहीं अपनी आहूलादित क्षणों को परिजनों के साथ सजोना और दुख दर्द को बांटना चाहते है।
कलम वीरों का मान-अपमान
क्या वाकई में इन लोग का सोच है जो उन कलमवीर पत्रकारों का सम्मान कर रहे है या मात्र इन लोगों की आड़ में मात्र चन्दा वसूली का इरादा है। आखिर ऐसा क्या हुआ कि 14 सालों तक कलमवीरों की याद भी नहीं आई और आई तो हंसी ठिठोली जैसे कार्यक्रम के तहत जो महामूर्ख सम्मेलन जैसा लगता है। आप उन कलमवीरों का मान या अपमान आप स्वयं परखे और जिनके नाम चयन किये है उनके परिवार वाले।
चन्दे वसूली के लिए नाम प्रदर्शन
इण्डियन फोरेशन ऑफ वर्किग जर्नलिस्ट मध्यप्रदेश सलाहकार सदस्य श्री अवधेश भार्गव ने दूरभाष पर चर्चा में बताया कि उक्त कार्यक्रम मात्र चन्दा वसूली के लिए आयोजित किया गया। जिसमें आई.एफ.जे. डब्ल्यू. के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विक्रम राव, सेके्रटरी जनरल श्री परमानंद पाण्डे सहित प्रदेश अध्यक्ष श्री जयंत वर्मा जी तक के नाम का इस्तेमाल किया गया है। वहीं प्रशासनिक तंत्र का भी खुलेआम इस्तेमाल किया जा रहा है।
चन्दे की वसूली के लिए हंसी ठिठोली
भोपाल से विनय जी. डेविड की रिपोर्ट 09893221036
नई सदी की पहली होली जो इण्डियन फेडरेशन ऑफ वर्किग जर्नलिस्टस (ifwj) ने भोपाल में 24 मार्च 2012 को भाई चारा मजबूत करने के लिए पत्रकार भवन में आयोजित किया है। जिसको लेकर पत्रकार गलियारे में विरोधाभाष और विरोध शुरू हो गया है। वहीं जिस कार्यक्रम को लेकर उत्साहित होना था वहां किन्हीं कारणों से मायूस नजर आ रही है। क्योंकि जो निमंत्रण पत्र बांटा गया हैं उसमें कुछ नाम आपने प्रकाशित किया है उन में से कुछ लोगों ने अपनी कार्यक्रम को लेकर असहमति प्रदर्शित की है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विक्रम राव की सहमति नहीं
आई.एफ.डब्ल्यू जे. के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री के. विक्रम राव की भोपाल में पत्रकार भवन में होने वाला 24 तारीख का कार्यक्रम ''हंसी ठिठोली 2012'' के लिए कोई अपनी सहमति नहीं दी है, न ही वो इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे है। वहीं श्री परमानंद पाण्डे जनरल सेक्रेटरी निमंत्रण पत्र में का नाम प्रकाशित किया गया है। जिसके लिये भी सहमति नहीं है। खबर है कि श्री पाण्डे भी कार्यक्रम से दूरी बनाये रखेंगे।
हंसी ठिठोली में सम्मान किया जावेगा
हंसी ठिठोली 2012 वाकई में उन पत्रकारों को संजोकर उनको सम्मानित भी करेगा। जिसकी चर्चा भोपाल में दौड़ पड़ी है वहीं स्वर्गीय पत्रकार साथियों के परिवारों को सम्पर्क किया जा रहा है जिसको उक्त कार्यक्रम में सम्मानित किया जाना है उनके नाम स्वर्गीय प्रेम बाबू श्रीवास्तव, स्वर्गीय धन्नालाल शाह, स्वर्गीय त्रिभुवन यादव, स्वर्गीय मोदी जी, स्वर्गीय अयोध्या प्रसाद गुप्ता, स्वर्गीय ध्यान सिंह तोमर, स्वर्गीय जगत पाठक, स्वर्गीय सत्यनारायण श्रीवास्तव एवं जिनका दूर दूर तक पत्रकार भवन से नाता नहीं रहा स्वर्गीय पवन विद्रोही, स्वर्गीय शोभाराम श्रीवास्तव को सम्मानित किया जायेगा। खास बात यह है कि इन आयोजकों ने वाकई में पत्रकारिता का डन्का बजाने वाले कमलवीरों का हंसी ठिठोली का पात्र बना दिया है। मजाक मजाक में ही उनको हंसी ठिठोली में उड़ा दिया। इन पत्रकारों के परिवार वालों ने भी कभी नहीं सोचा होगा कि कलम की आहूति देने वाले पत्रकार भवन के लिए श्रम करने वालो को ऐसा मजाकियां सम्मान मिलेगा। वहीं अपनी आहूलादित क्षणों को परिजनों के साथ सजोना और दुख दर्द को बांटना चाहते है।
कलम वीरों का मान-अपमान
क्या वाकई में इन लोग का सोच है जो उन कलमवीर पत्रकारों का सम्मान कर रहे है या मात्र इन लोगों की आड़ में मात्र चन्दा वसूली का इरादा है। आखिर ऐसा क्या हुआ कि 14 सालों तक कलमवीरों की याद भी नहीं आई और आई तो हंसी ठिठोली जैसे कार्यक्रम के तहत जो महामूर्ख सम्मेलन जैसा लगता है। आप उन कलमवीरों का मान या अपमान आप स्वयं परखे और जिनके नाम चयन किये है उनके परिवार वाले।
चन्दे वसूली के लिए नाम प्रदर्शन
इण्डियन फोरेशन ऑफ वर्किग जर्नलिस्ट मध्यप्रदेश सलाहकार सदस्य श्री अवधेश भार्गव ने दूरभाष पर चर्चा में बताया कि उक्त कार्यक्रम मात्र चन्दा वसूली के लिए आयोजित किया गया। जिसमें आई.एफ.जे. डब्ल्यू. के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विक्रम राव, सेके्रटरी जनरल श्री परमानंद पाण्डे सहित प्रदेश अध्यक्ष श्री जयंत वर्मा जी तक के नाम का इस्तेमाल किया गया है। वहीं प्रशासनिक तंत्र का भी खुलेआम इस्तेमाल किया जा रहा है।
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