बीजेपी विधायक ध्रुव के प्रेम त्रिकोण की भेंट चढ़ी शहला!
शेहला हत्याकांड : हत्यारा कौन-कौन
जाहिदा परवेज, ध्रुव नारायण सिंह, सबा फारुकी, साकिब डेंजर
विनय जी. डेविड की रिपोर्ट
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जाहिदा परवेज |
शेहला मसूद |
शेहला मसूद मर्डर कांड में जाहिदा परवेज की सहेली सबा फारुकी की गिरफ्तारी और डायरी मिलने के बाद गुत्थियां सुलझने लगी हैं। इस डायरी में जाहिदा ने खुद लिखा है कि वह बीजेपी विधायक ध्रुव नारायण सिंह से बेइंतहा प्यार करती थी और उनके साथ शेहला मसूद की नजदीकियों से अजिज आकर उसे अपने रास्ते से हटा दिया। सीबीआई के अनुसार, जाहिदा की सहेली सबा को हत्या की पूरी साजिश का पता था। जाहिदा की डायरी में उसने सबा के साथ शेहला की हत्या का जश्न मनाने की बात लिखी है। कहा जा रहा है ध्रुव की मोहब्बत में डूबी जाहिदा परवेज को उनकी शहला से करीबी बर्दाश्त नहीं हुई. जाहिदा ने शहला को रास्ते से हटाने की ठानी और उसकी हत्या करवा दी.
शेहला मसूद,ध्रुव नारायण सिंह, जाहिदा परवेज |
वह ध्रुव नारायण सिंह के मोबाइल का ड्यूप्लिकेट बिल निकलवाकर देखती थी कि उन्होंने शेहला से कब-कब और कितनी देर बात की। दरअसल, शेहला और ध्रुव नारायण सिंह की नजदीकियां रोकने में नाकाम रहने के बाद जाहिदा ने उसे रास्ते से हटाने का फैसला किया था। इसके लिए उसने शाकिब अली डेंजर का इस्तेमाल किया। इसके लिए उसने डेंजर के साथ अंतरंग संबंध बनाने से भी परहेज नहीं किया। डायरी में जाहिदा लिखती है कि मैं बहुत परेशान थी, अली ने मुझे करीब 11.15 बजे फोन करके कहा, मुबारक हो, घर के बाहर ही काम हो गया। इसके बाद जाहिदा ने सबा के साथ मिलकर शेहला की मौत का जश्न भी मनाया। जाहिदा ने साकिब के मार्फत दो लाख रुपये का पेमेंट भी किया था। सीबीआई अब ध्रुव नारायण सिंह से पूछताछ की तैयारी कर रही है। जाहिदा के दफ्तर में ध्रुव नारायण सिंह का वर्ष 2007 से ही आना-जाना था। वे काफी करीब आ चुके थे। जाहिदा ने डायरी में इस बात को कबूला है कि वह ध्रुव के लिए पागल थी। उसे शक था कि ध्रुव के शेहला समेत कुछ दूसरी महिलाओं से भी रिश्ते हैं। उसने डायरी में लिखा है कि एक बार उसने और सबा ने अपनी कार से ध्रुव का पीछा किया। डायरी के अनुसार, बीजेपी विधायक आधे घंटे तक शेहला के घर रुके थे।
जाहिदा ने अपनी डायरी में लिखा है...
'आज उसने मेरे से बात नहीं की है। ...ध्रुव ने आज आधा घंटा किससे बात की? ध्रुव ने आज शेहला से बात की, मुझसे नहीं। ...मैं या तो खुदकशी कर लूंगी या शेहला को खत्म कर दूंगी।
शेहला की हत्या से एक दिन पहले लिखा...
'ध्रुव ने मुझसे दो-तीन दिन से बात नहीं की, लेकिन शेहला से आधे घंटा बात की।
हत्या से पहले लिखा...
'मैं मानसिक दबाव में हूं।
16 अगस्त को हत्या के बाद लिखा है.. '
... और इंतकाम पूरा हुआ। वाह...मैंने गोली की आवाज सुनी....
डायरी में शेरो शायरी..
मोम के मरहम पिघलने पर पतंगे के दिल जलते हैं, प्यार में सोच कर देखो दोस्तों पतझड़ में पेड़ लगते हैं। जानते हैं फिर भी अंजान बनते हैं और हमसे सब कुछ पूछते हैं। सीबीआई के अनुसार, मध्य प्रदेश पर्यटन निगम के अध्यक्ष रहते हुए ध्रुव नारायण सिंह जाहिदा परवेज को निगम में डिजाइनिंग के ठेके दिलवाते थे। ध्रुव के दबाव में ही जाहिदा का आर्किटेक्ट के रूप में रजिस्ट्रेशन किया गया, जबकि वह आर्किटेक्ट नहीं थी। जाहिदा को इस बात की आशंका थी कि अगर उसकी विधायक से दूरियां बन गईं तो उनके रसूख से मिलने वाले ठेके नहीं मिल पाएंगे।
हत्या के लिए की थी शाकिब से दोस्ती
शाकिब डेंजर से जाहिदा की दोस्ती मई 2011 में एक पेमेंट के सिलसिले में हुई। उसने जाहिदा से वादा किया कि वह भाड़े के हत्यारों से शेहला को ठिकाने लगा देगा। सीबीआई को दोनों के बीच करीब 100 एसएमएस और कई अहम कॉल रिकॉर्ड के सबूत मिले हैं। शाकिब ने इस काम का ठेका कानपुर के नामी बदमाश इरफान को दिया। इरफान ने शानू ओलंगा और सलीम के साथ मिलकर शेहला को ठिकाने लगा दिया। शाकिब को इस काम के लिए जाहिदा ने 2 लाख रुपये दिए।
हत्या में उपयोग की गई बाइक बरामद
शेहला की हत्या में जिस बाइक का उपयोग किया गया था, उसे सीबीआई ने बरामद कर लिया है। वह बाइक जाहिदा के घर के पास मिली है। उसका नंबर एमपी 04 एनयू 7224 है। बाइक लूट की बताई जा रही है। लूटने के बाद उस पर रंगरोगन कर उसका उपयोग हत्या में किया गया था। बाइक लूटने का काम एक पेट्रोल पंप के दो कर्मचारियों ने किया था। अभी यह पुष्टि नहीं हो रही है कि बाइक में असली नंबर है या उसे बदला गया है। अधिकारियों का कहना है कि बाइक के इंजन नंबर के आधार पर परिवहन कार्यालय से इसकी पुष्टि की जाएगी।
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